अंजड:-भीषण गर्मी में गौरैया, कबूतर, तोते और बगुले जैसे पक्षी भी ड्रीहाइड्रेशन और लू (हीट स्ट्रोक) के शिकार होने लगे हैं। बेहोश होकर पेड़ से गिरने के दृश्य अब रोज शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में नजर आ रहे हैं। इन्हें बचाने का प्रयास भी कुछ पक्षी प्रेमी करने में जुटे हुए भी हैं।
अंजड के बस स्टैंड क्षेत्र के रहवासियों ने पक्षियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए जगह-जगह पानी के सकोरे रखे हैं। उन्हें प्राकृतिक माहौल देने के लिए सकोरे रख कर उसमें ज्वार और गेहूं के दाने भी डाले गए हैं। मगर मुर्छित होकर कल शाम ओर आज दोपहर को अनोको बगलुओं को देखकर स्थानीय लोगों के द्वारा हीट स्ट्रोक याने गर्मी ओर तेजधुप के कारण ऐसी हालत होना बताया जा रहा है।
स्थानीय रोहित मंडलोई व अन्य लोगों ने बताया कि शनिवार शाम कुछ बगुले गश खाकर गिरे थे पहले अनुमान लगाया कि आपस में वर्चस्व की लडाई में घायल होकर ये सब बगुले नाचे गिरे होंगे मगर यह पक्षियों के गिरने का क्रम आज रविवार दोपहर में भी जारी है,अंजड के पक्षु चिकित्सक डाँक्टर दिनेश पटेल के अनुसार, अंजड का तापमान 44 डिग्री के आसपास तक पहुंच चुका है,पक्षियों के गिरने की इस वजह के अलावा एक बडी वजह खेतों में किटों से बचाने के लिए कृषक जहरीली थुली बनाकर फसल की सुरक्षा करते हैं उन जहरिले पदार्थों के अन्न ओर किटों को खाने की वजह से भी इन बगुलों कि स्थति ऐसी हो सकती है।