चंद्रेश जोशी सुदर्शन टुडे जिला ब्यूरो चीफ रायसेन
रायसेन।जिले की ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उमरावगंज और खरबई पुलिस की लापरवाही मनमानी सामने आई है।पुलिस ने अपनी खाकी वर्दी का रौब दिखाते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों के बगैर किसी इजाजत के खरबई में हाइवे 46 की सड़क किनारे लोहे की बाउंड्री लगाकर रास्ते को बंद कर दिया है।इतना ही नहीं ग्राम पंचायत खरबई के मुखिया से भी पुलिस ने चर्चा करना मुनासिब समझा है।जिससे राहगीर, मरीजों और स्कूली छात्रों को आवागमन में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।पुलिस अफसरों ने नागरिकों से यह कहा कि एसपी और कलेक्टर के आदेश से रास्ते को बन्द किया गया है।जब कुछ मीडिया कर्मियों को यह जानकारी पता लगी तो स्थानीय पुलिस अधिकारियों से वह आदेश की कॉपी मांगी तो वह बहाने बनाते नजर आए।
इन्हें दी पुलिस ने छूट…..
खरबई के रहवासियों का कहना है कि खरबई, उमरा व गंज पुलिस ने अंग्रेजी शराब दुकान, एक ढाबा होटल और एक रेस्टोरेंट के सामने बाउंड्री के लिए लोहे की जाली लगाकर बंद नहीं किया बल्कि उन्हें खुली छूट दे रखी है।इन लोगों ने मनमानी करते हुए हाइवे 46 के सीमेंट के पक्के सपोर्ट की तोड़फोड़ कर ग्राहकों के आने जाने के लिए रास्ता बना रखा है।
इमरजेंसी रास्ते को पुलिस ने किया जबरन बंद…..
जिस इमरजेंसी रास्ते को पुलिस ने सड़क एक्सीडेंट स्पॉट बताकर बंद कर दिया है।वहां आरोग्य हॉस्पिटल डिलेवरी पाइंट बताया जा रहा है।इस स्वास्थ्य विभाग के डिलेवरी पाइंट खरबई से आसपास के 15 से गांव जुड़े हुए हैं।एम्बुलेंस जरिए डिलेवरी होने वाली प्रसूताओं को।लाया और डिलेवरी के बाद जच्चा बच्चा को उनके घर भी छोड़ा जाता है।रास्ता बंद होने की स्थिति में एम्बुलेंस चालक को काफी घूमकर सड़क पर पहुंचना पड़ रहा है।ऐसे में इमरजेंसी में एम्बुलेंस और बीच सड़क पर ही प्रसूता महिला को डिलेवरी होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।इसके अलावा शासकीय हासे स्कूल खरबई के स्कूली छात्र छात्राओं को भी घूमकर स्कूल पढ़ाई करने जाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।अब खरबई के नागरिकों ने बंद रास्ते को खुलवाने की मांग जोरशोर से उठाने की जोर पकड़ने लगी है।रहवासियों ने कलेक्टर अरविंद दुबे जिले के पुलिस कप्तान विकाश कुमार शाहवाल सहित ग्राम पंचायत खरबई के सरपंच से जनहित में जल्द रास्ता बहाल करने गुहार लगाई है।नागरिकों अभिभावकों ने चेतावनी देते हुए जिला व पुलिस प्रशासन के आला अफसरों से कहा है कि यदि पुलिस द्वारा बंद किए वरास्तों को जल्द बहाल अगर नहीं किया तो सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।