संवाददाता, नेह सिंह
नर्मदापुरम वार्ड 17 नारायण नगर स्थित त्रिलोक शक्ति धाम मन्दिर प्रांगण में संगीतमय श्री मद भागवत कथा के श्रवन हेतु सेकड़ो श्रधालु पधारे पंडित श्री आशीष जी दुबे के मुखार बिंद से जीवन को वो कम और क्षण पवित्र हो जाता है जो ईश्वर से जुड़ जाता है घर में चावल बहुत रहता है पर जो चावल पूजन की थाली में पहुंच जाता है वो अक्षत बन जाता है ऐसे ही जो कण और क्षण ईश्वर को समर्पित हो जाता है वो अक्षत बन जाता है श्रष्टी उत्पती की कथा और धूर्व चरित्र की कथा सुनाई गई कथा में नगर के प्रथम नागरिक भी उपस्थित रहे ।