पचोर (हरीश भारतीय) सुदर्शन टुडे।
नगर में हनुमान सेवा समिति वा सुंदरकांड पारायण समिति भोजपुरीया एवं समस्त नगर वासी के तत्वाधान में श्री राम भक्त हनुमान मंदिर पचोर पर श्रीमद् भागवत महापुराण कथा एवं निशुल्क 13 कन्याओं के विवाह का आयोजन संपन्न हुआ। कथावाचक श्री श्री 108 पंडित धर्म ध्वजाचार्य जी महाराज ने कथा के सातवें दिन गुरुवार को कहा की भगवान श्रीकृष्ण की अलग-अलग लीलाओं का वर्णन किया। मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मां देवकी को वापस देना, सुभद्रा हरण का आख्यान कहना एवं सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा जी से समझा जा सकता है। सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र कृष्ण से मिलने के लिए द्वारिका पहुंचे। सुदामा ने द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे लेकिन द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं, इसपर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है। अपना नाम सुदामा बता रहा है। जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना सुदामा सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे। सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया। दोनों की ऐसी मित्रता देखकर सभा में बैठे सभी लोग 1अचंभित हो गए। कृष्ण सुदामा को अपने राज सिंहासन पर बैठाया। उन्हें कुबेर का धन देकर मालामाल कर दिया। जब भी भक्तों पर विपदा आई है। प्रभु उनका तारण करने अवश्य आए हैं। बाबा ईश्वर दास आश्रम में चल रही सात दिवसीय कथा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। 13 दूल्हा दुल्हन को रथ में बिठाकर डीजे गाजे बाजे ढोल धमाके के साथ नगर के नागरिकों ने नृत्य करते हुए जोरदार जुलुस निकाला। वही नगर के नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। नगर भंडारे में नगर सहित आसपास के ग्रामीणों ने हजारों की संख्या में प्रसादी ग्रहण की भंडारा दोपहर 12 बजे से देर रात तक चला। पंडित इंद्रजीत पाराशर द्वारा हिंदू रीति रिवाज के अनुसार विधि विधान से 13 जोड़ों के पंडितों ने सात फेरे कराकर परिणय सूत्र में बांधे। वही संपूर्ण नगर वासियों ने कन्याओं को कन्यादान भी किया। इस अवसर पर महेश मालवीय दुर्गा प्रसाद शर्मा मामा जगदीश पाराशर एसएन गहलोत राधेश्याम जयसवाल रामेश्वर शर्मा विकास दीक्षित भगवान सिंह गुर्जर रामभरोसा यादव रमेश कारपेंटर जगदीश वर्मा संजय तिवारी सुनील मित्तल बिहारी लाल रुहेला भागीरथ जायसवाल चंचल मंगल रामप्रसाद जायसवाल दुर्गा प्रसाद विश्वकर्मा गोपाल प्रसाद श्री वल्लभ गुप्ता शर्मा शिव प्रसाद वर्मा अशोक शर्मा भूपेंद्र ठाकुर राघव गहलोत कमलेश विजयवर्गीय विनोद राठी मुकेश तिवारी प्रणय यादव अमित बंसल मुकेश मेघवाल सुनील नागर राधेश्याम नागर संजय यादव राजेश भारतीय प्रदीप सक्सेना राजेंद्र कुशवाहा दीपक दुबे मुकेश तिवारी करण यादव खेमचंद साहू राधेश्याम कुशवाहा शैलेंद्र शर्मा मोंटू सक्सेना मुकेश विजयवर्गीय संजय अमित गोस्वामी सुदर्शन सोनी मुकेश विजयवर्गी पवन ट्रेलर दुर्गा प्रसाद वर्मा चंद्र वर्मा श्रीमती कल्पना उपाध्याय नीलू दुबे सुषमा गोयल बबिता जुलानिया कुसुम भारतीय सुषमा पवार नीलम सक्सेना निशा गूदेनिया विनती जुलानिया दीपिका जायसवाल रीना जायसवाल मिथिलेश यादव निधि यादव अवंतिका नगर पूजा यादव प्रियंका यादव मंजू विजयवर्गीय विनीत वर्मा सुनीता यादव श्रद्धा भारतीय वैष्णवी पवार सक्षम भारतीय सहित हजारों की संख्या में नागरिक उपस्थित थे।