भौरासा निप्र,,,सोनकच्छ विधानसभा चुनाव में एक तरफ नया चेहरा तो दूसरी तरफ लोगों के द्वारा आजमाया गया पुराना कैंडिडेट जो वर्षों से क्षेत्र की जनता के बीच में है भाजपा की ओर से इंदौर ग्रामीण के भाजपा अध्यक्ष राजेश सोनकर को भाजपा ने सोनकच्छ में मौका दिया इसके बाद यहां पर पूर्व प्रत्याशी राजेंद्र वर्मा का विरोध भी देखने को मिला था काफी ज्यादा समर्थन को उनके साथ होने के बावजूद सोनकर ने उन्हें मनाने में कुछ हद तक सफलता हासिल की परंतु क्षेत्र में नहीं पहुंचे जो कि उनकी नाराजगी बता रहे हैं इसका खासा नुकसान राजेश सोनकर को हो सकता है वहीं ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो भाजपा प्रत्याशी का माहौल गांव में नहीं दिख रहा है वहीं सोनकच्छ से कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक सज्जन सिंह वर्मा हर गांव में हर वर्ग में चित परिचित नजर अंदाज में देखे जा रहे हैं गांव में जब लोगों से बात की जा रही है तो कई जगह पर राजेश सोनकर को लोग पहचानते ही नहीं है वही सज्जन सिंह वर्मा को गांव का बच्चा-बच्चा जानता है जिसका इस चुनाव में काफी फायदा सज्जन वर्मा को मिलता हुआ दिख रहा है एक तरीके से देखा जाए तो 70 और 30 का रेशियो ही गांव में देखने को मिल रहा है जिसमें भाजपा प्रत्याशी को मात्र 30% लोग जान पा रहे हैं अब आगामी चुनाव बेहद नजदीक है दोनों प्रत्याशीयो के पास समय कम है, सज्जन सिंह वर्मा के लिए सभी गांव के लोगों से संपर्क साधना काफी आसान है क्योंकि वे वर्षों से इस क्षेत्र में चुनाव लड़ते ओर जीते आ रहे हैं वही राजेश सोनकर को नई टीम के सहारे इस चुनाव में अपनी नैया पार लगानी है जिसमें पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा के कई समर्थक भी मौजूद है अब देखना होगा की किस तरीके से सोनकच्छ में कांग्रेस के भारी भरकम नाम वाले उम्मीदवार सज्जन वर्मा का सामना राजेश सोनकर कर पाते हैं या नहीं हालांकि सोनकच्छ के विधानसभा के लोगों की माने तो फिलहाल सज्जन वर्मा यहां से भारी मतों से विजय होते हुए नजर आ रहे हैं वही सज्जन सिंह वर्मा जिस तरीके से हर वर्ग के काम हर समय आते हैं उसे वजह से उन्हें कई भाजपाइयों के वोट भी मिलते हुए साफ-साफ दिख रहे हैं जो कि राजेश सोनकर के लिए काफी चिंता का विषय होना चाहिए,,,,,,।