कोतमा। कोयलांचल क्षेत्र में इन दिनों कोयला माफियाओं का बोलबाला है। हसदेव क्षेत्र की ओपन कास्ट कॉलरी राजनगर में टेक्निकल इंस्पेक्टर और उसके सहयोगी के साथ मिलकर गोलू और छत्तीसगढ़ के मरवाही में निवास करने वाले व्यक्ति को कोयल का अवैध परिवहन करने की परमिशन तो दे ही रखी थी, अब मिली जानकारी के अनुसार गोलू नामक व्यक्ति द्वारा खाकी वर्दी के बड़े साहब को महज डेढ़ लाख रूपए देकर अपनी इस काले कारनामे में शामिल होने का ढिंढोरा कोल माफियाओं के बीच पीट रहा है, पूर्व में कबाड़ कोयला चोरी के मामले में रामनगर पुलिस द्वारा बार-बार गिरफ्तार किए जाने वाले पिता और पुत्र इन दिनों फिर से कोयला चोरी के काले कारनामे में संलिप्त हो गए हैं, सूत्र की माने तो बड़े साहब की हरी झंडी मिलने के बाद रामनगर पुलिस भी अब ठंडी पड़ गई है, कार्यवाही न करने के कारण कोयला माफिया छत्तीसगढ़ के बॉर्डर क्षेत्र होने से अब जंगल के रास्ते से कोयले का परिवहन तेज कर दिया है। जाफर और गोलू खेल रहे कोयला का काला खेल जाफर नामक व्यक्ति द्वारा कई सालों से अवैध कोयले के परिवहन का खेल मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में करता चला आ रहा है। जाफर छत्तीसगढ़ के मरवाही का बड़ा कोयला व्यापारी है जो कि मध्य प्रदेश की कॉल खदानों से निकलने वाले कोयले को अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त कर उन्हें छत्तीसगढ़ की बड़ी फैक्ट्री में खपाने का कार्य करता है। जाफर गोलू के साथ मिलकर राजनगर के क्षेत्रीय पुलिस और राजनीति का लाभ उठाते हुए कोयले का अवैध परिवहन छत्तीसगढ़ के बॉर्डर तक करवाता है उसके बाद छोटे-छोटे वाहनों से कोयला इकट्ठा कर उसे ट्रक में लोड कर अवैध तरीके से मरवाही के कोयले के यार्ड में ले जाता है। जहां से अवैध तरीके का कोयला छत्तीसगढ़ प्रशासन की मिली भगत से छत्तीसगढ़ के बड़े फैक्ट्री में चला जाता है। क्षेत्रीय राजनीति में अच्छी पड़कर लाभ उठाकर गोलू आचार संहिता में भी कोयल का व्यापार बेधड़क बॉर्डर के आर पार कर रहा है जिसमें पुलिस विभाग के बड़े साहब की संलिप्त होने की खबर राजनगर में आग की तरह फैल गई है। बड़े साहब को डेढ़ लाख देने का दावा सूत्रों की माने तो राजनगर में इन दिनों कोयला माफिया और खाकी वर्दी के बड़े साहब की गठजोड़ की खबरें हवा में फैल रही है, राजनगर का माफिया खाकी वर्दी को डेढ़ लाख में खरीद लेने का दावा कर रहा है। बड़े साहब की सेटिंग हो जाने के बाद राज नगर क्षेत्र में कोयले का अवैध उत्थान और परिवहन बड़ी तेजी से फल फूल रहा। अब यह तो बड़े साहब और कोयला माफिया ही जाने की किस बात पर उनकी सहमति बनी है या किसी बात की सेटिंग की खबरें राजनगर और कोतमा क्षेत्र में फैल रही। लेकिन बेधड़क कोयला माफियाओं द्वारा कोयल का अवैध परिवहन राजनगर ओसीएम के खुली खदान के टेक्निकल इंस्पेक्टर और सहयोगियों के साथ मिलकर रात के समय कर रहे हैं। भले ही 7:00 के बाद कोयले का परिवहन बंद हो जाता है लेकिन कोयला माफियाओं की सांठगांठ के बाद देर रात कोयला का परिवहन चोरी छुपे किया जा रहा है। जगह-जगह अवैध उत्खनन राजनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत झरिया टोला, आमाडाँड़, बरतराई,कुहका से जगह-जगह अवैध उत्खनन कर कोयले को बोरियों में भरकर पिकअप के माध्यम से भी ले जाने का कार्य किया जा रहा है जिसे एक जगह जंगल में एकत्र कर उन बोरियों को ट्रैकों में खाली किया जाता है फिर वहां से कोयले को मरवाही व छत्तीसगढ़ के अन्य जगह भेजा जा रहा है। हाल ही में रामनगर पुलिस द्वारा कई गाड़ियों में कार्यवाही भी की गई थी उसके बाद भी कोयले का अवैध उत्खनन ठंडी के आते ही तेजी से शुरू हो गया है। देखना यह है कि बड़े साहब की सेटिंग के बाद क्या रामनगर पुलिस किसी तरह की कार्यवाही करती है या फिर मूकदर्शक बनकर अवैध उत्खनन और परिवहन को शरण देती है।