इंट्रो कोतमा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बुढ़ानपुर में इन दिनों भ्रष्टाचार की बयार बहते दिखाई दे रही वही एसडीओ और उपयंत्री हाथ में हाथ धर के बैठे हुए है कुछ दिन पूर्व ही जांच टीम बिचली नाला पहुंची और अभी तक कार्यवाही शून्य की स्थती में पड़ी हुई है दस लाख 48 हजार से बन रही दो पुलिया का निर्माण मे गजब की लीपापोती की गई है।
कोतमा। जनपद कोतमा क्षेत्र के वॉर्ड 07 के ग्राम पंचायत बुढ़ानपुर में मनरेगा मद से बिचली नाला के समीप बनाई जा रही पुलिया के गुणवत्ताहीन होने के आरोप क्षेत्रीय रहवासियों ने लगाए हैं। वहीं निकाय के उपयंत्री ने आरोपों को सिरे से नकार दिया है। बिचली नाला के समीप रहने वाले लोगों ने साइड की तस्वीरें पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि पुलिया का निर्माण कार्य निविदा के स्टीमेट के अनुसार नहीं हो रहा है। पुलिया का आधे से ज्यादा काम हो चुका है, लेकिन कभी भी यहां निकाय का सुपरविजन स्टाफ नहीं देखा गया। बेस से लेकर साइड के पिलर्स आदि का कांक्रीट वर्क हो चुका है अब सिर्फ ऊपरी स्लैब होना बाकी है। ठेकेदार के मजदूर गिट्टी रेत और सीमेंट का हाथ से बनाये हुए मसाले से कांक्रीट करने की तैयारी कर रहे थे। कुछ दिनों पूर्व इसी बीच क्षेत्र के कुछ युवाओं ने पुलिया निर्माण में बरती जा रही लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में शिकायत कर दी। कुछ लोगों ने जनसुनवाई में भी शिकायत की है, अधिकारी से भी इस मसले पर बात की और आपत्ति जताई। लोगों ने बताया कि इसके बाद पुलिया निर्माण का काम ठेकेदार ने फिलहाल बंद कर दिया था फिर पुनः चालू कर दिया है। रहवासियों ने बताया कि वर्षो की मांग अब पूरी हो रही है, तब इसमें गुणवत्ता का पूरी तरह ध्यान रखा जाना चाहिए। क्योंकि पुलिया बार-बार तो बनने से रही। रहवासियों ने यह मांग भी है कि पुलिया स्टीमेट में दर्शाए गए सामग्री अनुपात वार बनाई जाए। क्षेत्रवासियों को यह आपत्ति भी है कि पुलिया की मजबूती के लिए कांक्रीट वर्क से पहले मसाला प्योर अथवा मिक्चर मशीन से बनाया जाना चाहिए जो यहां नहीं हो रहा है। गांव वासियों ने के बताया कि ठेकेदार ने इस पुलिया के बेस निर्माण में भी वाईब्रेटर का इस्तेमाल नहीं किया है। लोगों ने यह आशंका भी व्यक्त की है कि हो सकता है कि पुलिया निर्माण में स्टीमेट में दर्शाए गए लोहे पाइप्स का भी उपयोग नहीं किया गया हो