सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन
खरगोन जिले के महाशिवरात्रि पर्व के आध्यात्मिक संदेश को लेकर प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्ध्यालय ने झिरन्या नगर के प्रमुख मार्गो से शोभायात्रा निकाली। यह शोभायात्रा झिरन्या केंद्र से मुख्य मार्ग से होकर ग्राम के बस स्टेंड गुरुद्वारा चौक तिल्ली खल्ला होकर रंगमंच पर समापन हुवा । यात्रा में विधायक श्रीमती झूमा सोलंकी पूर्व विधायक धूल सिंह डावर निहाल सिंह भाई रजनीश गुप्ता कुलबिरसिह्न भाटिया सुनील अग्रवाल प्रीतम चौहान राजू भाई राकेश कमलेश राहुल गब्बू राठौर शामिल होकर यात्रा में शामिल बालक बालिका महिलाओं का फूलो से स्वागत कर जलपान व्यवस्था दिनेश जायसवाल निमोली माता सदस्य अंतिम गुप्ता। पिंटू जायसवाल द्वारा फलाहारी सिख समाज द्वारा फल वितरण किया गया । खरगोन ब्रह्माकुमारी मुख्यालय से आई बहन बीके मनीषा दीदी ने उपस्थित जनसमूह को शिवरात्रि के महत्व बताया । गांव के चौक, झंडा चौक्से पुनर्वास नई बस्ती तक निकाली गई। इस अवसर पर शिव ध्वजारोहण कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद , झिरन्या के करीब 15 से अधिक गांवो के 150 से अधिक ग्रामीण भाई बहने सम्मिलित हुए। समाज में आध्यात्मिक परिवर्तन लाने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा शिव शंकर एवं लक्ष्मी-नारायण की झांकी निकाली गई जो मुख्य आकर्षण रही। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने कहा कि समय बहुत तीव्र गति से आगे जा रहा है। कोई भी श्वांस मनुष्य की अंतिम श्वांस हो सकती है। यदि यह अमूल्य समय आपने गंवा दिया तो आपको पछताने का मौका भी नहीं मिलेगा। उन्होने बताया कि ब्रम्हाकुमारी संस्था विगत कई समय से मानवीय मूल्यो की जागृति के लिए अपनी निर्विघ्न सेवाए दे रही है, यह संस्था सभी जाति,धर्म एवं संप्रदाय के लोगो को मानवता का पाठ पढ़ा रही है, जो प्रशंसनीय एवं वंदनीय है।
इस अवसर पर ब्रम्हाकुमारी बहनो ने बताया कि उक्त शोभायात्रा का मुख्य उद्देश्य परमात्मा के अवतरण का दिव्य संदेश देना है। इस अवसर पर ब्र.कु. मनीषा बहन, ब्र.कु. नेहा बहन, ब्र.कु. प्रीति बहन, अन्य टीचर्स बहने सम्मिलित हुई। झांकी के माध्यम से लोगों को अपने अंतर्मन में झांककर जीवन में दुख और मूल्यों के पतन के मूल कारण पांच विकारों काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार को छोड़कर मानवीय मूल्यों और पवित्रता को जीवन में धारण करने के लिए संदेश दिया गया। मादक द्रव्यों के सेवन से दूर रहने का आवाह्न किया गया।