बन्दियों की जानी समस्या
संवादाता आनंद राठौर
बड़वाह
तहसील विधिक सेवा समिति बड़वाह की अध्यक्ष एवं प्रथम अपर जिला न्यायाधीश डॉ श्रीमती शुभ्रा सिंह एवं द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्ष भदौरिया, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 सुधीर निगवाल, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग – 2 पूजा भदौरिया द्वारा उपजेल बड़वाह में बंदियों के बीच उपस्थित होकर बन्दियों के लिए बनाई गई नवीन बैरक का अवलोकन किया, बन्दियों से उनकी कानून संबंधी समस्याओं को लेकर चर्चा की। जेल में इस समय लगभग 150 है, जिसमें 16 बंदी ऐसे हैं जो सजायाफ्ता है, जबकि 134 बंदी ऐसे हैं जिनके मामलों का निराकरण होना अभी बाकी है। बंदियों द्वारा उपस्थित न्यायाधीशगण को अपने मामलों को लेकर अधिवक्ता, विधिक सहायता अथवा गवाहों से संबंधित जो समस्याएं थी वह अवगत कराई गई, जिस संबंध में न्यायाधीशगण द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं तत्समय उपस्थित जेलर श्याम वर्मा को बंदियों की समस्याओं के संबंध में आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। न्यायाधीश श्रीमती डाँ. शुभ्रा सिंह द्वारा जेलर साहब को यह भी निर्देश दिए गए कि बंदियों के लिए जेल में कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाए। सभी न्यायाधीश द्वारा आइसोलेट बन्दियो के स्वास्थ्य की जानकारी ली। बन्दियो को मिलने वाले दोनों समय के भोजन एवं नाश्ते में मिलने वाली सामग्री की जानकारी न्यायाधीशगण द्वारा ली गयी। प्ली बारगेनिंग के बारे में बताया गया कि किस तरह वह समझौता कर लंबित चल रहे प्रकरण को समाप्त कर सकते हैं। सब जेल बड़वाह पर बने नवीन बैरक का न्यायाधिशगण ने निरीक्षण किया। नवीन बैरक को जल्द से जल्द चालू करने के निर्देश दिए गए। विधिक साक्षरता शिविर में बंदियो द्वारा शासकीय अधिवक्ता मांगे जाने पर पैरालिगल वालंटियर कु दीपमाला शर्मा से संपर्क करने के लिए कह गया। शिविर में समस्त जेल स्टाफ व नाजिर प्रदीप पाराशर जी उपस्थित रहे।