सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन
पीएम स्वनिधि से मिला सहारा
खरगोन कर्म से बढ़कर इस दुनिया मे कोई नही। कर्म के बल पर ही हम सब एक दूसरे के सहयोगी है। सुख दुख तो धूप और छांव की तरह है। आते-जाते रहते है। ऐसा ठेले के सहारे जीविका चलाने वाले फल विक्रेता सुंदरलाल राठौर का मानना है। 56 वर्षीय सुंदरलाल वर्षाे पहले हम्माली किया करते थे। इसके बाद उन्होंने टोपली लेकर सब्जी बेचने का कार्य प्रारम्भ किया। इस बीच कोरोना की लहर ने उनके छोटे-छोटे सपने चकनाचूर कर दिए। कोरोना के बाद फिर व्यापार शुरू करने की हिम्मत नही हो पा रही थी। उनकी मेहनत की कमाई भी खत्म और ऊपर से उधार की राशि भी बढ़ती गई। ऐसे समय में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में बिना ब्याज के वर्ष 2019-20 में 10 हजार रुपये मिलने के बाद फिर से फल बेंचने का काम प्रारम्भ किया। इसके बाद 2020-21 में 20 हजार रुपये और वर्ष 22 में 50 हजार का बिना ब्याज के लोन मिलने से उनके जीवन मे संघर्ष कम हुआ है। किसी समय 50 से 70 रुपये प्रतिदिन हम्माली से कमाने वाले सुंदरलाल आज 10 से 12 हजार रुपये मासिक रूप से कमाने लगे है। उनके जीवन में कर्म और शासन के सहयोग से जीवन पटरी पर लौटी है।