अंकुश अवस्थी की रिपोर्ट
झिरन्या। खालसा एकेडमी झिरन्या में वीर बाल दिवस मनाया गया, कार्यक्रम में श्री आनंदपुर साहिब पंजाब से पधारे हुए ज्ञानी गगनदीप सिंह ने साथियों सहित उपस्थित होकर साहिबजादों का इतिहास सुनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रमेश शर्मा पंडित जी द्वारा करते हुए उपस्थित महिलाओं से अपने परिवार में बच्चों को अच्छे संस्कार देने की बात करने के साथ ही श्री गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डाला। विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा ब्लैक बोर्ड पर रंगीन चाक द्वारा चित्र बनाकर साहिबज़ादे एवं उनकी दादी जी का इतिहास बताया गया। इस अवसर पर बालकों ने गुरु साहिब की बहुत सी कविताएं एवं मुगल शासकों के अत्याचार की बात बताई, विद्यालय के संचालक एस.एस.भाटिया ने अपने उद्बोधन में बताया कि सिक्ख धर्म गुरु कभी किसी जाति समाज के विरोधी नहीं रहे वे केवल जुल्म और अत्याचार के विरोधी रहे हैं, इसी कारण उन्हें कई शहिदियां देनी पड़ी। वक्ताओं द्वारा सुनाए गए सारे इतिहास व कविताओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। कई छोटे छोटे बच्चों द्वारा भी इस अवसर पर गुरबाणी, कविता एवं इतिहास सुनाकर श्रोताओं की प्रशंसा प्राप्त की। विद्यालय के हिंदू, मुस्लिम एवं सिख सभी समाज के बालकों ने कार्यक्रम में भाग लिया। सिक्ख समाज के अमरप्रीत सिंह, गगनप्रीत कौर एवं सिमरदीप सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षक सिमरदीप सिंह भाटिया ने किया। इस अवसर पर सिक्ख समाज के जिंदर सिंह, गुरबीर सिंह, करण सिंह कालाणी, देवेंद्र सिंह, प्रितपाल सिंह, मनजीत सिंह, मोंटी भाटिया, सुखदीप सिंह, गुरुद्वारे के ज्ञानी जी एवं सेवादार, आदर्श शिक्षा निकेतन के संचालक मेवालाल जायसवाल, पूर्व सरपंच विजेंद्र सिंह, विद्यालय का स्टाफ विशेष रुप से उपस्थित रहे। आभार शरणजीत सिंह भाटिया ने माना। कार्यक्रम की समाप्ति के उपरांत विद्यालय द्वारा बच्चों को स्वल्पाहार करवाया गया।
*वीर बाल दिवस मनाया बच्चों को बताया साहिबजादों का इतिहास*
अंकुश अवस्थी की रिपोर्ट
झिरन्या। खालसा एकेडमी झिरन्या में वीर बाल दिवस मनाया गया, कार्यक्रम में श्री आनंदपुर साहिब पंजाब से पधारे हुए ज्ञानी गगनदीप सिंह ने साथियों सहित उपस्थित होकर साहिबजादों का इतिहास सुनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रमेश शर्मा पंडित जी द्वारा करते हुए उपस्थित महिलाओं से अपने परिवार में बच्चों को अच्छे संस्कार देने की बात करने के साथ ही श्री गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डाला। विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा ब्लैक बोर्ड पर रंगीन चाक द्वारा चित्र बनाकर साहिबज़ादे एवं उनकी दादी जी का इतिहास बताया गया। इस अवसर पर बालकों ने गुरु साहिब की बहुत सी कविताएं एवं मुगल शासकों के अत्याचार की बात बताई, विद्यालय के संचालक एस.एस.भाटिया ने अपने उद्बोधन में बताया कि सिक्ख धर्म गुरु कभी किसी जाति समाज के विरोधी नहीं रहे वे केवल जुल्म और अत्याचार के विरोधी रहे हैं, इसी कारण उन्हें कई शहिदियां देनी पड़ी। वक्ताओं द्वारा सुनाए गए सारे इतिहास व कविताओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। कई छोटे छोटे बच्चों द्वारा भी इस अवसर पर गुरबाणी, कविता एवं इतिहास सुनाकर श्रोताओं की प्रशंसा प्राप्त की। विद्यालय के हिंदू, मुस्लिम एवं सिख सभी समाज के बालकों ने कार्यक्रम में भाग लिया। सिक्ख समाज के अमरप्रीत सिंह, गगनप्रीत कौर एवं सिमरदीप सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षक सिमरदीप सिंह भाटिया ने किया। इस अवसर पर सिक्ख समाज के जिंदर सिंह, गुरबीर सिंह, करण सिंह कालाणी, देवेंद्र सिंह, प्रितपाल सिंह, मनजीत सिंह, मोंटी भाटिया, सुखदीप सिंह, गुरुद्वारे के ज्ञानी जी एवं सेवादार, आदर्श शिक्षा निकेतन के संचालक मेवालाल जायसवाल, पूर्व सरपंच विजेंद्र सिंह, विद्यालय का स्टाफ विशेष रुप से उपस्थित रहे। आभार शरणजीत सिंह भाटिया ने माना। कार्यक्रम की समाप्ति के उपरांत विद्यालय द्वारा बच्चों को स्वल्पाहार करवाया गया।