सुदर्शन टुडे ब्यूरो रिपोर्ट कानपुर आचार्य बजरंग प्रसाद तिवारी
काफी समय से देखा जा रहा है कि प्राइवेट शिक्षण संस्थानों ने अपने स्कूलों की विशेष ड्रेस निर्धारित कर रखी है और कई विद्यालय तो सप्ताह में दिन के अनुसार अलग अलग ड्रेस पहनकर आने की अनिवार्यता का नियम बनाये हुए हैं जिनकी उपलब्धता नगर में अधिक से अधिक एक या दो दुकानों पर सुनिश्चित होती है और यह दुकानदार स्कूलों को वाकायदा कमीशन देते हैं वहीं किताबों और कापियों का भी यही हाल है! अभिभावक बच्चों की ड्रेस के लिए ही वर्ष में दस बार इन दुकानों के चक्कर काटते रहते हैं अभिभावकों की समस्या को देखते हुए भारतीय समानता पार्टी के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अम्बरीश कान्त द्विवेदी ने इन स्कूलों को संदेश देते हुए कहा कि सभी स्कूल प्रवंधन इसमें अविलंब सुधार करें अन्यथा हम देशव्यापी आंदोलन करने हेतु विवश होगे!!
सुदर्शन टुडे ब्यूरो रिपोर्ट कानपुर आचार्य बजरंग प्रसाद तिवारी