कोहरे ने बढ़ाई किसानों की चिंता, नव वर्ष में वाहनों के पहिए भी थमे।
देवराज चौहान सुदर्शन टुडे
राजगढ़। रवि सीजन की फसलें इस वक्त फूल से नवाज रही है ऐसे में अचानक आए कोहरे से किसान चिंतित दिखाई दे रहे हैं क्योंकि रविवार की देर रात से शुरू हुआ गहरा कोहरा सफेद चादर की तरह बना हुआ था। जहां हर तरफ धुंध छाई हुई थी वही पेड़ों से भी पानी टपकने लगा था ऐसे में रवि सीजन की फसलें जो कि इस वक्त फूल पर हैं उन पर बड़ा संकट मंडरा रहा है। किसानों की मानें तो यह कोहरा इस वक्त जहां सरसों की फसल के लिए घातक दिखाई दे रहा है वही धनिया और मसूर की फसल को रोग लगाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ेगा। इससे किसान की फसलों से बड़ा नुकसान होने की संभावनाएं बनी हुई है।
कृषि वैज्ञानिकों ने बताएं बचाव के तरीके।
कृषि विभाग के आला अधिकारियों की मानें तो इस गहरे कोहरे से बचने का एकमात्र उपाय है जो किसान अपने खेत की मेड पर रात के समय लकड़ियां जला कर धुवा करते हैं उन खेतों की फसलों पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता हंसने सुरक्षित रहती है। साथ ही इस वक्त फसलों में कम पानी दें जिससे उनमें नमी की मात्रा कम बन पाए इससे भी फसलें खराब होने की संभावनाएं कम रहती है।
नव वर्ष की सुबह वाहनों के पहिए भी थमे
रविवार की रात में अचानक शुरू हुए कोहरे के कारण जहां इंदौर, भोपाल ,झालावाड़, कोटा जयपुर, जाने वाली बसें अपने स्थान पर ही रुकी रह गई वहीं अगर नववर्ष की बात करें तो सुबह-सुबह जब लोग अपने घरों से निकले तो उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था ऐसे में जश्न मनाने वह कहां जाएं और कैसे जाएं यह भी चिंता का विषय बना हुआ था। करीब 10:00 बजे तक शहर की सड़कों सहित खेतों में धुंध छाई रही उसके बाद धीरे-धीरे सूर्य ने अपना रूप दिखाया और धुंध से छुटकारा दिलाया।