नवीन सोनी सुदर्शन टुडे सारनी।
नगरपालिका निर्माण के बाद पहली बार क्षेत्र में होगा गौशाला का निर्माण एक हेक्टेयर जमीन होगी आवंटित गौशाला निर्माण कार्य के लिए नगर पालिका क्षेत्र सारनी के वार्ड क्रमांक 36 में मालवीय लान के पास तीसरी बार नगरपालिका राजस्व और वन विभाग द्वारा संयुक्त रुप से स्थल निरीक्षण किया गया। संयुक्त रूप से हुए स्थल निरीक्षण मे सैटेलाइट का उपयोग कर जमीन का सीमांकन कर स्थान को चिन्हित कर लिया गया।विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री सुनील भारद्वाज ने बताया कि नगर पालिका क्षेत्र में सड़कों पर गोवंश बड़ी संख्या पर रहते हैं। जिसके कारण दुर्घटनाएं भी होती है। गोवंश भी घायल होते हैं। गौशाला निर्माण होने के बाद आवारा पशु जो दुर्घटनाग्रस्त गोवंश को गौशाला में रखकर उनकी अच्छी तरह सेवा की जा सकेगी। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद ,बजरंग दल पिछले कई समय से प्रयासरत है। सुनील भारद्वाज ने बताया की गौशाला निर्माण के लिए राजस्व और वन विभाग को कई बार पत्राचार किया गया। दोनों विभागों द्वारा आपस में सामंजस्य भी बनाया गया। वन विभाग ,राजस्व एवं आबादी की जमीन एक साथ लगे होने के कारण जमीन चयनित करने में खांसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। परंतु सेटेलाइट के उपयोग से गुरुवार को जमीन चिन्हित कर लिया गया। उक्त स्थान कई मायनों में गौशाला के लिए एकदम उचित है।संयुक्त रूप से हुए स्थल निरीक्षण में राजस्व विभाग की ओर से राजस्व निरीक्षक मोहन धुर्वे, हल्का पटवारी नाथूराम अंबुलकर, मशीन संचालक केतन पटेल, संजीव परते, वन विभाग के डिप्टी रेंजर हंशु लाल उईके, बीट प्रभारी एस सी शर्मा, नगर पालिका राजस्व विभाग के रितेश शाक्य, यशवंत विश्वकर्मा के साथ अन्य लोग भी उपस्थित रहे