पथरिया
नगर की सुंदरता बढ़ाने के लिए नगरपरिषद द्वारा बण्डा तिराहा पर स्थापित डॉ भीमराव अंबेडकर की आदमकद मूर्ति वर्तमान स्थिति में अंधकार और अतिक्रमण का दंश झेल रही है।नगर के मुख्य मार्ग पर मात्र एक स्थान जहाँ सुंदरता एवं संविधान को दर्शाती यह मूर्ति जिसके तीनो ओर ग्रिल एवं फूलदार पौधे लगाए गए थे जो अतिक्रमण के कारण लोगो को दिखाई ही नही देते मूर्ति स्थल के तीनों ओर अस्थाई एवं स्थाई कब्जा दुकानदारों द्वारा कर लिया गया है जिसमें खाने पीने के ठेले होने के कारण से गंदगी एवं यातायात की गंभीर समस्या बनी रहती है और तो और स्वक्षता के लिए परिषद द्वारा लगाए गए डस्टबिनो को भी निकाल फेंका गया दुकानदारों द्वारा क्या यह शोभनीय हैं ?गौरतलब होकि 2019 में विधायिका द्वारा लगवाई गई विधायक निधि से सोलर लाइट भी पिछले 3 वर्षों से बंद पड़ी हुई है जोकि देखरेख के अभाव में दुर्दशा की शिकार है जिस पर पक्षियों ने अपने घोंसले रख लिए हैं।साथ ही नगरपरिषद के द्वारा लगी स्ट्रीट लाइट भी लंबे समय से खराब होने के कारण मूर्ति पर अंधेरा क्षाया रहता है।क्या शासन और प्रशासन,राजनेताओं के लिए बाबा साहब मात्र जन्मजयंती, संबिधान दिवस,परिनिर्वाण दिवस पर ही याद आते हैं माल्यार्पण करने।नगर के वाशियो की कलेक्टर एवं नगरपरिषद अधिकारी से माँग है कि नगरकी सुंदरता का ध्यान रखते हुए बाबा जी की मूर्ति को देखने के लिए पर्याप्त प्रकाश एवं अतिक्रमण हो अविलंब हटाया जाएं।