अनिल सोनी सारंगपुर
सारंगपुर।।शहर के बीचो बीच वर्षों तक पुराना अस्पताल संचालित हुआ करता था किंतु उक्त अस्पताल स्वास्थ विभाग वं जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण आज खंडहर में तब्दील हो चुका है। करोड़ों रुपए की कीमती जमीन भी अतिक्रमण की चपेट में जा रही है इस भवन में लगे चद्दर दरवाजे खिड़की उजालदान आदि दिन प्रतिदिन चोरी होती जा रहे हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है जबकि उक्त अस्पताल में वर्षों तक नवजात ने जन्म लिया है,अस्पताल परिसर में डॉक्टर नर्स के क्वार्टर भी बने हुए है वो भी इन दिनों वीरान हालत में खड़े हुए है।
सिटी डिस्पेंसरी की मांग भी ठंडे बस्ते में
नगर के बीचो बीच स्थित बड़े लंबे क्षेत्रफल में निर्मित पुराना अस्पताल के भवन को विभाग ने अनदेखा कर रखा है वही लोक निर्माण विभाग द्वारा उक्त बिल्डिंग को अनुपयोगी भवन घोषित किया जा चुका है ऐसे में उक्त भवन किसी काम का नहीं बचा है। लेकिन नगर के कुछ गणमान्य नागरिकों द्वारा उक्त अस्पताल भवन में सिटी डिस्पेंसरी चालू करने की मांग सरकार से की थी लेकिन वह भी आज तक ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है।इस कारण उक्त भवन लावारिस हालत में है। जिसके कारण इन दिनों नशेड़ियों और आसामाजिक तत्वों ने अपना अड्डा जमा रखा है।
नवीन अस्पताल के सामने पनप रहे जीवजंतु
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को अच्छी सुविधा मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से नवीन भवन बनवाया गया था। जिसमे अस्पताल की सुविधा चालू की गई है लेकिन अस्पताल के सामने बने पुराने भवन में वर्तमान में जहरीले जीव जंतु पल रहे है। इतना ही नहीं उक्त भवन से लाखों रुपए का सामान के गायब होने का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है।उक्त भवन के स्थान पर गार्डन तैयार होना माना जा रहा है लेकिन इस ओर किसी भी अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने अपना ध्यान आकर्षित करने में अपनी रुचि नहीं दिखाइ है हालांकि पूर्व में कलेक्टर द्वारा उक्त भवन को जमींदोज करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आश्वासन अभी तक अमलीजामा का रूप नहीं ले पाया।
बनना है प्राथमिक स्वास्थ केंद्र
इस संबध में जब ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर मनीष चौहान से चर्चा की गई तो बताया कि पुराने अस्पताल भवन में हार्बल पीएससी स्वीकृत हो चुका है जिससे शहर के बीचोबीच रहने वाले नगरवासियों को आसानी से उपचार मुहैया होगा।साथ ही बताया कि पुरानी बिल्डिंग लोकनिर्माण विभाग जर्जर भवन घोषित कर चुका है जिसे धराशाही करने का काम भी उक्त विभाग का है।
इनका कहना
अगर शासन पुराने अस्पताल भवन में हार्बल पीएससी बनाता है तो शहर के बीचोबीच रहने वाले नगरवासियों को आसानी से उपचार मुहैया होगा।
एम ए अलीम बाबा
सदर अंजुमन इस्लाम कमेटी सांरगपुर