राहुल गुप्ता की रिपोर्ट
*बिजली विभाग के कर्मचारियों ने शिवराज सिंह के बयान का कार्य के दौरान काली पट्टी बांधकर किया विरोध.*
राजपूर/ मध्य प्रदेश वायरस दूर विद्युत कर्मचारी संगठन के आह्वान पर विद्युत कार्यालय के बाहर विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी की और विरोध जताया।
वही विगत दिन शनिवार को राजपुर ग्रामीण वितरक केंद्र, छिंदवाड़ा जिला एवं श्योरपुर जिले में भी बिजली का काम करने के दौरान कर्मचारी ने अपनी जान गवा दी जिसे श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन रखा गया।
संगठन के जिलाध्यक्ष हिम्मत सोराड़ा एवं सचिन पटेल ने बताया कि 9 नवंबर को प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऊर्जा संरक्षण, निर्वाद विद्युत प्रदाय एवं उपभोक्ता संतुष्टि पर पर आयोजित एक कार्यशाला में मुख्यमंत्री के द्वारा आउटसोर्स कर्मचारी को फलाना सोर्स ढिंमका से कह कर अपमानित किया और आरोप लगाया कि यह विभाग की व्यवस्थाओं को बिगड़ते हैं।.
मुख्यमंत्री जी के इस बयान का हम सभी कर्मचारी विरोध करते हैं शायद मुख्यमंत्री जी को यह ज्ञात नहीं मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनी में 45 हजार आउटसोर्स कर्मचारी कार्य कर रहे हैं और यही कर्मचारी पूरे प्रदेश की बिजली व्यवस्था को संभालने का कार्य करते हैं वहीं कार्य के दौरान कई कर्मचारियों की मृत्यु तक हो जाती है बावजूद इसके हमारे बारे में इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष सेन, संतोष राठौड़, प्रकाश नागर, तुकाराम डावर, साजिद खान, राहुल वर्मा, दिलीप सोलंकी, विनोद झिल्ले, विजय झिल्ले, मुकेश चौहान, रविंद्र चौहान, राकेश सिसोदिया, पावर सिंह पटेल, पवन बडोले, चंपालाल मुजाल्दे, शिवकरण बडोले संतोष खन्ना राजा नामदेव आदि उपस्थित थे।