सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन
लालू जामलकर, की रिपोर्ट
खरगोन,गुरुवार को भीकनगांव, बड़वाह और झिरन्या जनपद के विभिन्न गांवों के नव निर्वाचित युवा पंच, सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम से मिलने पहुँचे। कलेक्टर श्री कुमार ने उनके साथ साभागार में बैठक के रूप में उनकी समस्याओं को सुना। साथ ही कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में विकास के कार्याे के लिए आगे आये। नागरिकों को लाभ दिलाने की पहल करें। साथ ही कलेक्टर श्री कुमार ने सबसे उम्मीद करते हुए कहा कि गांवों में आज भी शिक्षा की बड़ी आवश्यकता है। शिक्षा किसी के लिए भी बाधा न बने इस बात का भी ध्यान रखकर कार्य करे। इस पर भी ध्यान देना आवश्यक है। युवा प्रतिनिधि चुनकर आये है तो इस दिशा के साथ साथ हर गांव का एक मास्टर प्लान बनाये। किसी एक समस्या को चुने और उस पर जुट जाएं आवश्यकता हो तो प्रशासन से सहयोग भी ले सकते है।
आभापुरी का मास्टर प्लान बनाएगा विजय
मुम्बई शहर से कोरोना के दौरान गांव में आने वाले आभापुरी के विजय सिंह गौर ने कलेक्टर के सामने गांव व आसपास के क्षेत्रों की समस्याओं को लेकर उनके निराकरण पर चर्चा की। कलेक्टर श्री कुमार ने उन्हें आभापुरी का मास्टर प्लान तैयार करने की उम्मीद की। विजय सिंह ने कहा कि उनकी माँ उपसरपंच के रूप में चुनी है। वो आभापुरी का मास्टर प्लान तैयार कर कार्य करेंगे।झिरन्या जनपद के तीन गांवों का होगा चयनबैठक के दौरान ड़ॉ. हितेश मुजाल्दा ने झिरन्या सहित जिले में सिकलसेल एनीमिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वे इस दिशा में पिछले 7 वर्षों से कार्य कर रहे है। कुछ ऐसी स्थितियां देखी जिसमें प्रशासन की आवश्यकता के लिए आव्हान किया। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि जनपद के दो या तीन चुने जहां फोकस होकर कार्य किया जा सके। प्रशासन का पूरा सहयोग मिलेगा। युवा जनप्रतिनिधियों से कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि वे मंगलवार को मुख्यालय पर ही रहते है और कोशिश करते है कि ज्यादा से ज्यादा नागरिकों से मिले। मंगलवार को किसी भी कार्य के लिए आ सकते है। शासकीय समस्या हो या व्यक्तिगत समस्या किसी भी तरह की समस्या बताए।संवाद जरूरीबैठक के दौरान एसपी श्री धर्मवीर सिंह ने युवा जनप्रतिनिधियों से कहा कि किसी भी मामले में संवाद बेहद जरूरी है। आप लोग युवा है गांव की बेहतरी के लिए आगे बढ़े। गांवों में कई विवादास्पद मामले होते हैं उन सच्चाइयों को जानने का प्रयास करें। गांव के पास स्थापित चौकी से भी निरंतर संवाद रखें तो आपसी समस्याआंे का निराकरण थाने या न्यायालय जाने से पहले ही हो सकेगा। इस बैठक में गोपाल प्रजापति भी उपस्थित रहे जो इंदौर में कोचिंग संस्थान चलाते है। उनकी संस्थान के कई युवा चुनकर आये है।