सुदर्शन टुडे शहडोल ब्यूरो आशीष नामदेव
शंभू गैरिज के संचालक नंदू लोधी ने बताया कि हम सभी कामगारों के द्वारा शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जयंती का त्योहार बड़े सादगी पुण्य माहौल में ब्रम्हा के पुत्र विश्वकर्मा ने पूरे ब्रह्मांड का निर्माण किया था विश्वकर्मा जी देवताओं के महलों का वस्तु का भी कहा जाता है इसलिए भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का सबसे पहला इंजीनियर और वस्तु का माना जाता है विश्वकर्मा दो शब्दों से विश्व संसार या ब्रह्मांड और कर्म निर्माता से मिलकर बना है इसलिए विश्वकर्मा शब्द का अर्थ ही दुनिया का निर्माण करने वाला शिल्प शास्त्र है। ट्रांसपोर्ट नगर लोहिया चौक एवं बुढ़ार बाईपास में शंभू बांडी गैरिज में विश्वकर्मा भगवान की प्रतिमा स्थापित कर विधिः विधान पूर्वक पूजा अर्चना आस्था एवं निष्ठा के साथ शिल्पकार करीगर और 18 सितंबर को बाजे गाजे के साथ जुलूस निकाला कर विसर्जन करेंगे। इस अवसर पर एडवोकेट विष्णु द्विवेदी, शंभू लोधी, सहित अनेक धर्म के लोगों पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किये।नगर में विश्वकर्मा जयंती धूमधाम से मनाई गई,आज करेंगे विसर्जन सुदर्शन टुडे शहडोल ब्यूरो आशीष नामदेव बुढ़ार।शनिवार को श्री सूजन के आदि देव भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर श्रमवीरो, कामगारों ने प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से मनाया। शंभू गैरिज के संचालक नंदू लोधी ने बताया कि हम सभी कामगारों के द्वारा शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जयंती का त्योहार बड़े सादगी पुण्य माहौल में ब्रम्हा के पुत्र विश्वकर्मा ने पूरे ब्रह्मांड का निर्माण किया था विश्वकर्मा जी देवताओं के महलों का वस्तु का भी कहा जाता है इसलिए भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का सबसे पहला इंजीनियर और वस्तु का माना जाता है विश्वकर्मा दो शब्दों से विश्व संसार या ब्रह्मांड और कर्म निर्माता से मिलकर बना है इसलिए विश्वकर्मा शब्द का अर्थ ही दुनिया का निर्माण करने वाला शिल्प शास्त्र है। ट्रांसपोर्ट नगर लोहिया चौक एवं बुढ़ार बाईपास में शंभू बांडी गैरिज में विश्वकर्मा भगवान की प्रतिमा स्थापित कर विधिः विधान पूर्वक पूजा अर्चना आस्था एवं निष्ठा के साथ शिल्पकार करीगर और 18 सितंबर को बाजे गाजे के साथ जुलूस निकाला कर विसर्जन करेंगे। इस अवसर पर एडवोकेट विष्णु द्विवेदी, शंभू लोधी, सहित अनेक धर्म के लोगों पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किये।