Sudarshan Today
bhopal

भाजपा अब पार्टी नहीं रही, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हो गई है…… उमेश शर्मा की मौत से छलका दर्द, इम्पोर्ट होकर आ रहे नेताओं से जमीनी कार्यकर्ता परेशान

भाजपा अब पार्टी नहीं रही, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हो गई है……

उमेश शर्मा की मौत से छलका दर्द, इम्पोर्ट होकर आ रहे नेताओं से जमीनी कार्यकर्ता परेशान

बैतूल/मनीष राठौर

कार्यकर्ताओं की पार्टी में वे ही दरकिनार, वर्षों से खत्म नहीं हो रहा पद का इंतजार

भाजपा में प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा के आकस्मिक निधन से भाजपा के साथ उनसे जुड़े सैकड़ों लोगों को दुख हुआ। बावजूद असली दुखी वे कार्यकर्ता हुए, जो उमेश शर्मा की तरह पार्टी के लिए संगठन के हर आदेश पर जुटते हैं और हर वह काम करते हैं, जो संगठन करता है। बदले में उन्हें क्या मिला, यह बताने वालों की लंबी फेहरिस्त है। हाल ही में दिवंगत हुए वरिष्ठ नेता जगतनारायण जोशी, जो ताउम्र परिवहन सलाहकार ही बने रहे। इसी तरह जगमोहन वर्मा जो पुराने खाटी नेता थे, टिकट की बारी आई तो सांत्वना ही मिली। निर्दलीय लड़ने का विचार भी आया तो वरिष्ठ नेताओं के कहने पर मान गए। इसी तरह दिनेश मल्हार, दिनेश शुक्ला, आलोक दुबे, सुमित मिश्रा, आलोक डावर, बालकृष्ण अरोरा, संतोष मेहता जैसे नेताओं की लंबी सूची है, जो समय पर सम्मान न मिलने के बाद भी पार्टी के लिए लगे रहते हैं। समय-समय पर उचित कार्यकर्ता को उचित पद न मिलने का मामला कई बार वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन, भंवरसिंह शेखावत उठा चुके हैं और अपना विरोध भी जता चुके हैं।
उमेश शर्मा के निधन पर हुई शोक सभा में कैलाश विजयवर्गीय, वीडी शर्मा सहित अन्य नेता मौजूद थे।
भाजयुमो नगर अध्यक्ष रहे, लेकिन आगे कोई बड़ा पद नहीं मिल सका
कहते हैं भाजपा में पहले एबीवीपी, फिर भाजयुमो, महिला मोर्चा और फिर नगर संगठन में पद मिलता है। अनुभव को सम्मान दिया जाता है, लेकिन भाजयुमो अध्यक्ष रहे उमेश शर्मा ही नहीं, कल्याण देवांग, स्व. संतोष वर्मा (कार्यवाहक नगर अध्यक्ष रह चुके), मुकेश राजावत, अजीत रघुवंशी, गोलू शुक्ला भाजयुमो अध्यक्ष तो रहे, लेकिन आगे कोई पद हासिल नहीं कर सके। हालांकि पार्टी नेता यह मानते हैं कि इनके पास अभी काफी समय है।
पुराने कार्यकर्ता का दर्द
भाजपा अब पार्टी नहीं, प्रा. लिमिटेड कंपनी बन गई
सरकार अपनी, पद खाली, फिर भी हाथ आया इंतजार
पार्टी में अलग-अलग जिम्मेदारी मिलने पर सक्रिय रहे श्रद्धा दुबे, गंगाराम यादव, डीएन तिवारी, कमलेश नाचन, हेमंत मूले, राकेश शर्मा, दिनेश वर्मा, विनीता धर्म, गोविंद सिंह पंवार, विनोद ठाकुर जैसे भी नेता हैं, लेकिन कोई पार्षद तक ही सीमित रहा तो कोई नगर संगठन में स्थानीय पद संभालने तक।

 


50 साल तक पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता रहे जगदीश मेनन… जो अब 70 के हो चुके हैं, कहते हैं भाजपा अब पार्टी नहीं रही, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हो गई है… कई बड़े नेताओं के लिए काम किया। संगठन के लिए भी लगा रहा। नगर कार्यकारिणी से प्रदेश कार्यकारिणी बनी। जब लगा कि अब भाजपा पार्टी नहीं रही तो इस्तीफा दे दिया। उमेश शर्मा की मेयर के साथ विधायक के लिए भी दावेदारी थी। टिकट नहीं मिला तो आकाश विजयवर्गीय के चुनाव का संचालन भी उन्होंने किया। हकदार होने के बाद भी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी या सम्मान का पद नहीं मिला। इसलिए मेरा मानना है कि इस कंपनी में अब 20 से 25 नाम तय हैं। उन्हें ही आगे बढ़ाया जाता है। बाद में वही टीम उनके लिए सारे काम करती है।

इनका क्या कहना….

कल इन्दौर नगर में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता भाई उमेश शर्मा जी की मृत्यु के समाचार इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम चालू होने के पूर्व माननीय श्री मुख्यमंत्री एवं समस्त वरिष्ठ संगठन को प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा की मृत्यु का समाचार मिलने के उपरांत भी कार्यक्रम को बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया ऐसा होने से आम लोगों में बहुत गुस्सा आया है जिसका भुगतान भारतीय जनता पार्टी को करना होगा।

राष्ट्रीय महामंत्री
कोमल सिंह नरवरिया
नमो नमो मोर्चा भारत

Related posts

डॉ मीनू पाण्डेय मालव रत्न अवार्ड 2022 से सम्मानित

Ravi Sahu

बजरंग दल पर बैन लगाने की कांग्रेस की घोषणा पर भड़के जयभान सिंह पवैया, कह दी ये बड़ी बात

Ravi Sahu

संजू प्रजापति का जन्मदिन

Ravi Sahu

समय पर परिवहन सेवा नही मिलने से ग्रामीण विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में करना पड़ रहा कठिनाइयों का सामना

Ravi Sahu

उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान भोपाल

Ravi Sahu

निकाय चुनाव: वार्डों का आरक्षण कार्यक्रम जारी, कलेक्टरों को मिले ये निर्देश, जानें कब लगेगी आचार संहिता?

Ravi Sahu

Leave a Comment