बैतूल खुलासा ब्यूरो चीफ राहुल नागले
बैतूल।।बैतूल जिले में लेडी पुलिस सिंघम का खौफ खत्म होते जा रहा है ?या फिर चोर चोर मौसेरे भाई साबित हो रहे है ? या फिर पुलिस की मुखबिरी की सुस्त चाल ने चोरों के हौसले इतने बुलन्द कर दिए है कि उन्हें कानून का डर ही नही है।झल्लार थाने के पलस्या गांव में हुई लाखो की चोरी का पुलिस आज तक खुलासा नही कर सकी वही मुलताई में हथियारबंद नकाबपोशों ने चोरी की दो बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। यहां रेलवे स्टेशन रोड पर 9 बदमाशों ने एक ज्वेलर्स दुकान का शटर तोड़कर हजारों के जेवर चोरी कर लिए। वहीं एक एक्स आर्मी मैन के मकान में लोहे की ग्रिल काटकर अलमारी में रखे लाखों रुपए के सोने और चांदी के जेवर पर हाथ साफ कर दिया। यह सभी 9 लोग गमछे से मुंह को बांधे हुए थे। सभी के पास हथियार भी थे। दोनों ही स्थानों पर चोरी की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। सूचना पर सुबह मुलताई टीआई सुनील लाटा ने दोनों स्थानों पर जाकर मौका मुआयना किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू की है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक रेलवे स्टेशन रोड पर सुनील देशमुख की सोने चांदी की दुकान है। चोर यहां पर रात में 3 बजे के लगभग घुसे। चोरों ने 3 मिनट के अंदर शटर तोड़कर दुकान के अंदर चोरी को अंजाम दे दिया। दुकान से हजारों रुपए के चांदी के जेवर उड़ा दिए। यहां पर चोरी को अंजाम देने के बाद चोर थोड़ा आगे जाकर टॉकीज के पीछे रहने वाले एक्स आर्मी मैन दिनेश देशमुख के मकान में लोहे की जाली की खिड़की काटकर अंदर घुसे। अलमारी में रखे सोने और चांदी के 3 से 4 लाख के जेवर चोरी कर लिए। नगर में पुलिस की निष्क्रियता के चलते चोरों के हौसले बुलंद है। जिसके चलते नगर से लेकर गांव तक चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। घटना को अंजाम देने के बाद चोर आसानी से निकल भागते है लेकिन पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है। पिछले कई महीनों से चोरी की वारदातें बढ़ी हैं। नगर में अनेक स्थानों पर चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस किसी भी घटना से पर्दा उठाने में नाकाम ही रही है। पिछले एक माह में कई घरों, दुकानों चोरी की वारदात से हुई है यहां भी घटना एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य ही चालानी कार्रवाई पर रहता है
बैतूल नगर में जागरूक लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य चालानी कार्रवाई पर रहता है आए दिन कभी फॉरेस्ट नाका कॉलेज चौक सदर गेंदा चौक पर चालानी कार्रवाई करते नजर आएंगे जैसे ही पुलिस द्वारा अपना टारगेट पूरा करना सबसे पहले उद्देश्य बन चुका है। जैसे ही अपना कोटा पूरा हो जाता है। ये वहां से निकल जाते है। ऐसी ही सजगता यदि पुलिस प्रशासन नगर में हो रही चोरियों के प्रति दिखाता तो चोरी करने वाले चोर सलाखों के पीछे होते। पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य ही चलनी कार्रवाई पर रहता है