संवादाता आनंद राठौर
बडवाह—–नर्मदा नदी पर पुनासा में बने इंदिरासागर बांध के 14 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते ओंकारेश्वर बांध के गेट की संख्या भी बढ़ा दी गई है। शनिवार रात से ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट करीब आधा मीटर तक खोलकर पानी बहाया जा रहा था।
रविवार सुबह 11.30 बजे तक 4 गेट और खोले गए हैं। 9 गेट करीब आधा मीटर तक व 9 गेट करीब एक मीटर तक खोले गए हैं। इन 18 गेट से करीब 5000 क्युमैक पानी छोड़ा जा रहा है। गेट की संख्या और बढ़ भी सकती है। लगातार पानी छोड़ने के वजह से बड़वाह क्षेत्र से लगे नर्मदा तटीय क्षेत्रों में नर्मदा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। नावघाटघाट खेड़ी का नर्मदा तट सबसे व्यस्ततम तट है। यहां प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु स्नान एवं दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में यहा सुरक्षा की दृष्टि से पुलिसकर्मी मुस्तैद है। तटीय क्षेत्र में लगी पूजन सामग्री एवं नाश्ते की दुकानों को पूरी तरह से हटा दिया गया है।
नया घाट डूबा झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले परिक्रमावासियों एवं भिक्षुकों को भी सुरक्षित स्थानों में जाने के लिए कहा गया है। तट से लगे आश्रमों में भी जल स्तर बढ़ने की सुचना दे दी गई है। बीती रात में जलवृद्धि के बाद रविवार सुबह तक नर्मदा जल स्तर 160.300 मीटर पर स्थिर है। नावघाटखेड़ी का नया घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है। नवागत एसडीएम बीएस कलेश एवं तहसीलदार रंजना पाटीदार ने बताया की नावघाटखेड़ी सहित सभी तटीय क्षेत्रों में बाढ़ एवं आपदा प्रबंधन के लिए बनाई गई, टीम जिसमे पटवारी, सचिव, कोटवार एवं शिक्षक शामिल हैं। टीम के सदस्य ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी के माध्यम से जलस्तर वृद्धि सुचना कर रहे हैं। हम भी इन क्षेत्रों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।