संवादाता आनंद राठौर
बडवाह ऊपरी इलाकों में ज्यादा बारिश होने से तीन दिन पहले ओंकारेश्वर बांध के 18 गेट खोले गए थे। बुधवार रात तक सभी गेट प्रशासन ने बंद कर दिए है। बांध से अतिरिक्त पानी नर्मदा में नहीं छोड़ा जा रहा। जिससे नर्मदा के जल स्तर में लगातार कमी हो रही है। नर्मदा के उफान में लगातार हो रही कमी से बड़वाह के नावघाट खेड़ी का नया घाट दिखने लगा है।
गुरुवार को हरियाली अमावस्या के अवसर पर नया घाट पर श्रद्धालुओं को स्नान और पूजन में आसानी हुई। इस दौरान बड़ी संख्या में घाट पर स्नान करने वाले और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। पं. विनय अत्रे ने बताया कि श्रावण मास की अमावस्या पर नर्मदा स्नान के विशेष महत्व के चलते पूरे दिन नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी।
यहां बड़वाह सहित इंदौर, खंडवा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के पहुंच रहे हैं। इसे जिरोती अमावस्या भी कहा जाता है। नर्मदा का जल स्तर कम होने से श्रद्धलुओं को राहत मिली है। साथ ही तट पर बैठे दीन-हीन और परिक्रमावासियों को दान देकर श्रद्धालुओं ने पुण्य भी प्राप्त किया