अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले शेषनाग के बेसकैंप हॉस्पिटल में सेवा देने पहुंचे भोपाल एम्स के डॉक्टर ने साझा की वहां की ताजा तस्वीरें व स्थितियां
– इस बार सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त
चंद दिनों बाद यानि गुरुवार, 30 जून से अमरनाथ यात्रा 2022 शुरू हो रही है। जत्थों की रवानगी का सिलसिल मंगलवार से शुरू हागा। शिव भक्तों की यात्रा के पहले विभिन्न क्षेत्रों में सेवा देने सेवादार अमरनाथ पहुंचने लगे हैं। यात्रा के दौरान शेषनाग में यात्रियों की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बेसकैंप हॉस्पिटल बनाए गए हैं। वहां ड्यूटी देने के लिए पहुंचे हैं भोपाल एम्स के युवा पल्मोनरी चिकित्सक डॉ. अमित सिंह। उनकी टीम में भोपाल एम्स के ही दो और डॉक्टर हैं।
डॉ. अमित ने बताया कि वे 25 जून को श्रीनगर पहुंचे थे। 21-22 को यहां बर्फबारी हुई थी, अभी मौसम सुहाना है। धूप खिल रही है। इस बार यहां की व्यवस्थाएं भी काफी अच्छी हैं। आर्मी और बीएसएफ के जवान जगह-जगह तैनात हैं। चिकित्सा सुविधाएं बेहतर है। डीआरडीओ ने बालटाल और चंदनबाड़ी में दो बड़े हॉस्पिटल बनाए हैं। इसी प्रकार रास्ते में हर पॉइंट पर और जहां लोगों के ठहरने की व्यवस्था है, वहां बेसकैंप हॉस्पिटल बनाए गए हैं। इसके अलावा जगह-जगह चिकित्सा शिविर की व्यवस्था की जा रही है। हम सोमवार को ही शेषनाग पहुंचे हैं।
पैदल और घोड़ों की सहायता से पहुंचे शेषनाग
डॉ अमित ने बताया, मैं पहली बार अमरनाथ में सेवा देने आया हूं। मेरी दिली ख्वाहिश थी कि यहां सेवा दूं। हम लोग पहले श्रीनगर पहुंचे थे। इसके बाद पहलगाम, चंदनवाड़ी में विश्राम किया। हम सोमवार को ही पोस्टिंग वाली जगह पर पहुंचे हैं। हमने कुछ चढ़ाई पैदल तय की तो कुछ जगहों पर घोड़ों की मदद ली। रास्ते में इंतजाम काफी अच्छे हैं। अमरनाथ की पवित्र गुफा 13 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर है, इसी प्रकार शेषनाग 12 हजार 200 फीट की ऊंचाई पर है। शेषनाग तक का रास्ता ही कठिन है, इसके बाद ज्यादा दिक्कत नहीं है। शेषनाग तक के सफर में भी कोई परेशानी न हो, इसकी व्यवस्था है।
व्यवस्थाएं बेहतर
इस बार यहां की व्यवस्थाएं भी काफी अच्छी है। आर्मी और बीएसएफ के जवान तैनात हैं। चिकित्सा सुविधाएं बेहतर हैं। डीआरडीओ ने बालटाल और चंदनबाड़ीमें दो बड़े हॉस्पिटल बनाए हैं। इसी प्रकार रास्ते में हर पॉइंट पर और जहां लोगों के ठहरने की व्यवस्था है, वहां बेसकैंप हॉस्पिटल बना गए हैं।