पीथमपुर/ महू जनपद की बंजारी पंचायत के जिम्मेदार जो न करे वो कम है। बंजारी पंचायत के सरपंच व सचिव ने भ्रष्टाचार की हदों को भी पार कर दिया है। सरपंच कुसुम भग्गू जमरे अपने अधिकारों का गलत उपयोग करते हुवे मनमाने तरीके से पंचायत के रुपए पर एश कर रहे है। इस भ्रटाचार में पंचायत के सचिव कमल चौधरी व पूर्व सचिव जगदीश देदलिया सरपंच का पूरा साथ देते नजर आ रहे है। बंजारी पंचायत के पास दो कचरा वाहन है जो घरों से कचरा इकट्ठा करने का काम करती है जिसमे एक वाहन बी एस 6 हे। बी एस 6 वाहन में यूरिया डाला जाता है। बस यही यूरिया बंजारी पंचायत के जिम्मेदारों ने अपनी कमाई का जरिया बना लिया है। एप से मिली जानकारी के अनुसार किसी शुभम पाटिल गैरेज नामक सस्था का एक फर्जी बिल पर करीब 46 हजार रुपए का भुगतान किया गया हे जिसमे यूरिया बाल्टी के नाम पर 6295 रुपए भी दर्ज है। जबकि सूत्रों के अनुसार यूरिया बाल्टी 700 से 800 रुपए में दस लीटर मिलती है। और जिस वाहन में यूरिया का उपयोग हो रहा है उसकी टैंक केपेसिटी 5 से 7 लीटर की है। यानी किसी भी तरह का फर्जी बिल बनाकर सरकारी पेसो की बंदरबाट हो रही हे। अब हमने इस बिल को फर्जी क्यों कहा क्योंकि इस बिल पर भी और बिलों की तरह न दुकानदार का सही नाम हे न दुकान का पता, और तो और न फोन नंबर और न दुकान की सील लगी है इससे ये साफ जाहिर हो रहा हे की ये फर्जी बिल बनाकर सरपंच और सचिव आपस में सरकार को लाखो का चूना लगा रहे है। निरंतर…….