अंजना पटेल
भारतीय जनता पार्टी के पित्र पुरुष पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय के सिद्धांत पर भारत के राजनीतिक इतिहास में आदिवासी जनजातीय महिला द्रोपदी मुर्मू संवैधानिक दृष्टि से भारत के सर्वोच्च पद पर चयन भारत के इतिहास में ऐतिहासिक कदम है देश की जनसंख्या की आधी आबादी महिलाओं की है नारी सशक्तिकरण की दिशा में एवं भारतीय संस्कृति का परिचायक जनजातिसमाज जो अनादि काल से पिछड़ा हुआ है और जनजातीय समाज समाज कीमहिला को देश के सर्वोच्च पद पर आसीन करने के फैसले ने देश के समस्त जनजाति समाज को सम्मानित और गौरवान्वित किया है साथ में भारत देश की प्रत्येक नारी को गौरवान्वित किया है हमारे संघ विचार परिवार के सामाजिक समरसता के सिद्धांतों के अनुरूप बहुत महत्वपूर्ण फैसला है यह फैसला भविष्य के 21वीं सदी के नए भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा यह फैसला करने वाले देश के कर्णधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी एवं एनडीए के घटक दल के नेताओं एवं संघ परिवार के के प्रति आभार साधुवाद धन्यवाद देते हुए जनजाति सुरक्षा मंच की प्रांतीय सदस्य एवं राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अंजना पटेल एडवोकेट ने देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली बहन द्रोपति मुर्मू को बधाई दी है और आशा व्यक्त करते हुए I ईश्वर से प्रार्थना की है कि देश के कर्णधार ओ को यह फैसला लेने की शक्ति प्रदान की ऐसे ही हमारी द्रोपती बहन को आने वाले 5 वर्ष के राष्ट्रपति कार्यकाल देश हित में ऐतिहासिक कार्य करने की शक्ति प्रदान करेगा निश्चित ही हमारी द्रौपदी बहन अपने कार्यकाल में नया इतिहास रचेगी नारी शक्ति का देश का समाज का गौरव बढ़ाते हुए यह सिद्ध करेंगी कि नारी किसी से कम नहीं श्रीमती अंजना पटेल ने जनजाति समाज की ओर से नारी मातृ शक्ति की ओर से राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच की ओर से शीर्ष नेतृत्व का दिल से आभार व्यक्त किया है साथ ही विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जी से एवं विपक्ष के नेताओं से अनुरोध किया है कि नारी शक्ति के सम्मान में जनजाति समाज के सम्मान में इस फैसले का समर्थन करते हुए यशवंत सिन्हा जी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ले प्रदेश के इतिहास में निर्विरोध राष्ट्रपति बनने की दिशा में बनाने की दिशा में अपना सहयोग दें