पीड़ितों की शिकायतों में जिम्मेदार बिना मौके की जाँच के लगा रहे फर्जी आख्या।
हरदोई।- प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार भले ही चकरोड,खलियान, कब्रिस्तान, पट्टे की जमीन को भूमि माफियाओं के चुंगल से कब्जा मुक्त करने का अभियान चला रही हो और कई चकरोडो व कब्रिस्तान आदि को भूमि माफियाओं से कब्जा मुक्त भी कराया हो लेकिन यहां कुछ प्रशासनिक अधिकारियों की शिथिलता के चलते अभी भी अधिकांश क्षेत्रों में प्रदेश सरकार के निर्देशों का असर नही हुआ है। जो अधिकारियों की कार्यशैली की हकीकत दर्शा रहे हैं।
आपको बताते चले कि जनपद की तहसील सदर हरदोई व ब्लॉक अहिरोरी क्षेत्र की ग्राम पंचायत अटवा कटैया में गाँव के ही दबंग भूमि माफियाओं ने अपना खेत बताकर सैकडों वर्ष पुराने कब्रिस्तान व उसी के पास ख़ालिहान की ज़मीन पर कब्जा कर रखा है।यहां के ग्रामीण रहमत अली,इस्लाम हाशमी,समल्ले दर्जी,बाबू,साबिर अली,रोजली,शेर अली,हनीफ,छोटे,मीनू सिंह,नन्हें शर्मा,जैन कुमार आदि कई लोगों ने जिले के एसडीएम व डीएम सहित मुख्यमंत्री से की ऑनलाइन शिकायत में बताया कि हम लोगों का गाँव अटवा में करीब दो सौ वर्ष पुराना कब्रिस्तान है,जो गाँव अटवा के ही निवासी दबंग भूमि माफियाओं के द्वारा कब्रिस्तान व ख़ालिहान की जमीन को अपने खेत पट्टा बताक़र कब्जा किया गया है। भूमि माफियाओं ने कब्रिस्तान की करीब आधी जमीन व ख़ालिहान की पूरी ज़मीन को जोतकर अपना कब्जा जमा दिया हैं।
मामले में ग्रामीणों के द्वारा जनसुनवाई पोर्टल, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, उप जिलाधिकारी सदर,जिलाधिकारी हरदोई आदि को सामुहिक प्राथना पत्र दिया गया। लेकिन कहीं से कोई सुनवाई नही हुई और बताया छः माह व एक माह पहले की गयी शिकायत में सदर तहसीलदार ने ग्राम पंचायत में चकबन्दी होने का हवाला देकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी। जिसके बाद पुनः की गई शिकायत में चकबंदी लेखपाल ने मौके की बिना कोई पैमाइस किये विपक्षी भूमि माफिया से सांठगांठ कर फर्जी आख्या लगा दी। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों व सीएम योगी से की शिकायत में चकबंदी लेखपाल के भ्रष्टाचार की जाँच व किसी उच्च अधिकारी व दूसरे लेखपाल की टीम से जाँच कर कब्रिस्तान व ख़ालिहान की ज़मीन को कब्जा मुक्त कराने की माँग की है।