संवादाता आनंद राठौर
बड़वाह आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को नवीन शिक्षण सत्र में निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश दिलाने के लिए शिक्षा अधिकार (आरटीई) के तहत ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। जहां एक और अभिभावक 30 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर इस अधिनियम के तहत बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश दिला सकते हैं। वही कोरोना काल में बंद हुए स्कूलों में आरटीई के तहत पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अधर में है। ऐसे में करीब 82 बच्चों को चिन्हित कर विभाग इनके पुनः प्रवेश की योजना तैयार कर रहा है। बीआरसी महेश कनाचे ने बताया कि अभिभावकों को आरटीई में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन के बाद पोर्टल से प्राप्त रसीद को मूल दस्तावेजों के साथ जन शिक्षा केंद्र में सत्यापन करवाना होगा सत्यापन की यह प्रक्रिया 20 जून से 1 जुलाई तक चलेगी। रैंडम पद्धति से स्कूल का होगा आवंटन इसके बाद रैंडम पद्धति से ऑनलाइन लॉटरी से स्कूल का आवंटन होगा। चयनित आवेदकों को एस एम एस से 5 जुलाई को सूचना दी जाएगी। 6 जुलाई से 16 जुलाई तक बच्चों को संबंधित स्कूलों में उपस्थित होकर प्रवेश लेना होगा। इसी तहत स्कूल संचालकों को इसकी जानकारी पोर्टल पर अपडेट करना होगी।
82 बच्चों के पुनः प्रवेश की योजना बीआरसी के मुताबिक बड़वाह ब्लॉक में 10 स्कूलों के बंद होने से आरटीई के तहत प्रवेश 82 विद्यार्थियों का भविष्य भी अधर में है। हालांकि शिक्षा विभाग के निर्देश ब्लॉक की बंद स्कूलों का चयन करके किस स्कूल में कितने विद्यार्थियों को आरटीई के तहत प्रवेश मिला था। इसकी सूची तैयार करके राज्य शिक्षा केंद्र को भेज दी गई है। जैसे ही आदेश जारी होगा चिन्हित विद्यार्थियों को अन्य स्कूलों में प्रवेश दिलवाने के लिए तैयारी की जाएगी।
दूसरे चरण में मिलेगा चॉइस अपडेट करने का मौका आरटीई के तहत निशुल्क प्रवेश प्रक्रिया के दूसरे चरण में स्कूलों की चॉइस अपडेट करने का मौका मिलेगा निजी स्कूलों में दूसरा चरण 20 जुलाई से शुरू होगा। 25 जुलाई तक बच्चे स्कूलों की चॉइस को अपडेट करेंगे इसके बाद 28 जुलाई को लॉटरी से स्कूल आवंटन होगा। 5 अगस्त तक बच्चों को आवंटित स्कूलों में पहुंचकर प्रवेश लेना होगा।