भैंसदेही/मनीष राठौर
आवाज जन कल्याण समिति क्षेत्र में सघन रूप से भैंसदेही विकासखंड की 10 पंचायतों में बाल संरक्षण एवं बाल तस्करी विषय पर विगत 10 माह से कार्य कर रही है। जैसा कि क्षेत्र में देखा जा रहा है कि बाल विवाह से संबंधित मामले दिन प्रतिदिन जिले एवं राज्य में बढ़ते जा रहे हैं जिसको लेकर जिला स्तर पर टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। इस तरह के मामलों की वृद्धि समाज के लिए चिंतनीय विषय है।
भैंसदेही विकासखंड के ग्राम डोंडी, पंचायत – रामघाटी में दिनांक 27 मई को बाल विवाह होने की सूचना महिला एवं बाल विकास विभाग भैसदेही को प्राप्त हुई है । महिला एवं बाल विकाश अधिकारी उषा मशीह द्वारा यह सूचना पुलिस व आवाज संस्था के जिला समन्वयक भूपेंद्र लोखंडे को दी गयी । जिसमें की शीघ्र अति शीघ्र कार्य करते हुए संस्था एवं पुलिस विभाग और महिला बाल विकास विभाग के साझा सहयोग से मौके पर पहुंचकर बाल विवाह को रोका गया एवं परिवार को यह समझाइश दी गई कि इस तरह से बाल विवाह करना गैरकानूनी है एवं इस विवाह में सम्मिलित होने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। परिवार ने बातों को गंभीरता से लेते हुए नाबालिग बालिका का विवाह 18 वर्ष के पश्चात ही करने की बात कही।
बाल विवाह को रोकने में आवाज संस्था के जिला समन्वयक भूपेंद्र लोखंडे ,आगनवाड़ी पर्यवेक्षक भैसदेही श्रीमति सुनीता कासदे, भैसदेही थाने से एस. आई. सुमन मिश्रा , राज पहाड़े , महिला आरक्षक प्रिया सरियाम व , आगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती कमला पाटनकर , ग्राम कोटवार चिरोंजीलाल जनप्रतिनिधि व कुछ ग्रामीनो भी सहयोग किया ।