मंडला से सुदर्शन टुडे न्यूज जिला ब्यूरो चीफ हीरा सिंह उइके की रिपोर्ट
मंडला:- जनपद पंचायत घुघरी के अंतर्गत इमली टोला ग्राम पंचायत की काली करतूतों की जांच भरी लंबित मांग को लेकर मंगलवार 17 मई को ग्रामीणों के द्वारा जनपद पंचायत कार्यालय घुघरी के सामने एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया।सूचना पाते ही धरना स्थल पर पहुंचकर आम आदमी परिवार मंडला के सक्रिय कार्यकर्ताओं पी.डी.खैरवार, महेंद्र सोनी एवं काशीराम वरकड़े ने ग्रामीणों की जायज मांगों का समर्थन करते हुए जल्द से जल्द जांच कर दोषियों से राशी वसूली कर सरकारी खजाने में जमा करने की मांग की है।साथ ही आम आदमी परिवार के कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की है, कि जिले के अंदर इस तरह की धांधलियां जहां पर भी हुई हैं,सबकी जांच होनी चाहिए।
इमली टोला से ग्रामीण तिरेश मरावी ने बताया है,कि ग्राम पंचायत इमलीटोला सरपंच फूलसिंह धुर्वे इस समय आदतन भ्रष्टाचारी बन गया है।इनके खिलाफ पिछले कार्यकाल में भी हुई शिकायतों की जांच के बाद एक करोड़ तिरेपन लाख का भ्रष्टाचार का खुलासा हो चुका है।यहां तक कि इनके साथ दर्जनों लोगों को भी सहयोगी दोषी करारते हुए माननीय न्यायालय के द्वारा जेल भी भेजा गया था।बावजूद इसके सरपंच फूलसिंह धुर्वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और पहले से भी ज्यादा हौसले के साथ भ्रष्टाचार परवान चढ़ रहा है।
ग्रामीण हरे सिंह ने बताया कि, ईमानदारी के साथ बारीकी से जांच बैठाई जाए तो,वर्तमान कार्यकाल में भी करोड़ों का घोटाला निकाला जा सकता है।इसी मांग कै लेकर कलेक्टर मंडला के नाम ध्यानाकर्षण ज्ञापन तहसीलदार ठाकुर के द्वारा अधिकृत जनपंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी घुघरी के हाथों सौपा गया है।ज्ञापन लेने धरना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों के दल ने धरने के पीछे कारणों को बारीकी से सुनते हुए कार्यवाही से जल्द ही अवगत कराये जाने का आस्वासन दिया है। सौंपे गए आठ सूत्रीय ज्ञापन में ग्राम पंचायत के अंतर्गत कराये गये सभी कार्यों की जांच कर कार्रवाई से अवगत कराये जाने की लंबित मांग को एक सप्ताह में पूरी कर अवगत कराये जाने की मांग भी की गई है।
बिना निर्माण कराये ही गायब हो गई राशि पानी भीषण संकट के बाद भी पेयजल नल कनेक्शन बिना बिछाये ही राशी गायब कर दी गई है।सात में से चार कांक्रीट सड़कें,पांच कुंएं, सैकड़ों शौचालय,दर्जनों मेंढ़ बंधान,चार तालाबों में बिना कोई काम कराये या आधे-अधूरे में ही राशी हजम कर दिए जाने की जानकारी है।पीएम आवास भी चहेतों के अलावा जरूरतमंदों को नहीं दिया जा रहा है।
चिलचिलाती धूप में भी जनपद का अमला पानी पी लेने को नहीं खबर लिया मानवता की हद पार होते तो तब देखी गई,कि जायज मांग को लेकर शासन-प्रशासन का सहयोग करने इतनी चिलचिलाती धूप में खुले आसमान के नीचे जमीन पर बैठकर ग्रामीण 11 बजे से 5 बजे तक बैठे रहे,दूसरी ओर जनपद पंचायत कार्यालय में मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित सभी कर्मचारी भी दिन भर रहे।लगभग 3 बजे अनुविभागीय दंडाधिकारी अधिकारी स्वयं धरना स्थल पर आते, पर एक गिलास पानी के लिए पूछकर किसी ने भी मानवता नहीं दिखाई।जिससे समझ में आ गया कि ग्राम पंचायतों में होने वाले भ्रष्टाचार और खुली लूट इन्हीं अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत से ही होती है।इससे भी ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ गया है।
एक सप्ताह में निराकरण नहीं तो 24 को कलेक्ट्रेट में होगा धरना ज्ञापन में यह भी बताया गया है,कि हाल ही में 12 अप्रैल एवं 22 मई की जनसुनवाई में भी शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हो पाने के कारण जनपद मुख्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर ध्यानाकर्षण करने मजबूर होना पड़ा है।अब भी एक सप्ताह के भीतर समस्या का समाधान नहीं निकला तो 24 मई मंगलवार को कलेक्ट्रेट के सामने एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर लंबित मांगों की ओर ध्यान आकर्षित कराया जाएगा।धरने पर हरे सिंह,अनिल,माधव परते, नंदकिशोर,सिंगराम, सुरेंद्र,डुमारू सहित अन्य ग्रामीण भी मुख्य रूप से सामिल रहे।