सुदर्शन टुडे ज़िला ब्यूरो चीफ रिमशा खान
सिरोंज। बिजली विभाग की लापरवाही के चलते शहर में कई विद्युत लाइन निचें लटक रही है। हादसों का संकेत दे रही है। इन हाईटेंषन लटकने को लेकर तमाम शिकायतों के बावजूद भी संबंधित अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हुए, बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है। इस संबंध में विद्युत विभाग के अधिकारियों को लटकती लाइनों की जानकारी तक उपलब्ध नहीं है। वार्ड नं 17 स्थित अलीगंज पर गणपुरी हनुमान के पास से गुजर रही हाईटेंषन लाइन निचे लटकने से कभी भी बडा हादसा हो सकता है वही वार्डवासियों ने बताया कि हमने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को सचना दी है। लेकिन आज तक विभाग का कोई भी कर्मचारी देखने तक नही आया।
बारिष के समय होते है हादसे- वही मंदिर पर आने वाल श्रद्धालुओं ने बताया कि बिजली के नंगे तार निचें लटकने से बारिश के समय इसमें करंट प्रवाहित होने से कई पशु इसकी चपेट में आ जाते है। मंदिर के सामने बीचों-बीच हाईटेंषन लाइन होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते है। आसपास के घरों के बच्चे कई बार खेलते-खेलते कई बार इसकी चपेट में आ चुके है। जिससे घर वालों को हर समय बच्चों की निगरानी करनी पड़ रही है।
एक दिन पूर्व हुआ था बडा हादसा – ग्राम चाठोली मे बिजली के तार टूट कर गिरने से बकरी चाराने गये। एक चरवाह की मोके पर ही मौत हो गई थी। वही उसको बचाने गए रामसिंह जैसे ही फूलसिंह को बचाने की कोषिष की तो वह भी करंट की चपेट मे आ गया और झटके से दूर जा गीरा जिससे उसकी जान बच गई लेकिन उसके दोनो हाथ पैर बुरी तरह से झुलस गये वही घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण मोके पर पहुंचे और बिजली विभाग के अधिकारियों को सूचना देकर बिजली सप्लाई रुकवाई तब कही जाकर मृतक का शव निकाला गया और गंभीर रुप से घायल रामसिंह को उपचार के लिये शासकीय राजीव गंाधी चिकित्सालय भेजा गया।
कई बार कर चुके षिकायत – वाड नं. 17 अलीगंज पहाड़ के पास घनी बस्ती में गणपुरी मंदिर के सामने हाईटेंषन लाईन पर पेड़ झुक गये है। इन झुके हुऐ पेड़ो में हाईटेंषन लाईन छुप गाई है। जिस दिन भी यह हवा के बाहाव में बड़े-बड़े पेड़ टकरायेगे उस दिन बड़ा हदसा हो सकता है वहा पर रहने वाले निवसियो मे भय का वातावरण बना हुआ है। इस संबध में वार्ड वसियों ने पूर्व में भी बिजली विभाग में षिकायत की हैं लेकिन न तो पेड़ काटे गए न ही हाईटेंषन लाईन को ऊची की गई।
इनका कहना है – में कल ही उक्त कार्य को पूरा करा दुंगा। सुषील समेले ए.ई. शहरी विधुत विभाग