सुदर्शन टुडे ब्यूरो लुकमान खत्री
खरगोन में बुधवार की सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खरगोन पहुंचे। मुख्यमंत्री हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर से उतरकर सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और खरगोन बड़वानी संसदीय सीट के बीजेपी प्रत्याशी गजेंद्रसिंह पटेल के साथ नामांकन पर्चा दाखिल किया। उसके बाद जवाहर मार्ग पर उन्होंने सभा को संबोधित किया। जन सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने विपक्ष पर जम कर निशाना साधते कहा कि उन्हें रोज एक ही व्यक्ति दिखता है। और कोई नहीं मिलता। वह नरेंद्र मोदी को पानी पी पीकर रोज गाली देते हैं। सोनिया गांधी इसलिए गाली देती है कि राहुल को पीएम नहीं बनने दे रहे हैं। इसका हम क्या करें भाई। वह अपने परिवार से बाहर नहीं आ रही हैं। उनको अपने राहुल व प्रियंका के अलावा कुछ दिखता नहीं। लालू यादव इसलिए गाली बकते हैं कि उनके तेजस्वी को नहीं बनने दे रहे हैं। ममता इसलिए बोलती है कि भतीजे को आगे नहीं आने दे रहे हैं। यह सभी अपने खानदान को आगे बढ़ाने निकले है लेकिन नरेंद्र मोदी कहते है देश के 142 करोड़ मेरा खानदान हैं। यह मेरे परिवार के लोग हैं। भगवा कलर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि न जाने क्यों इन लोगों को भगवा से आपत्ति है। इनकी क्या दुश्मनी है। हमने किसी रंग से नफरत नहीं की लेकिन उनके मन में तो पता नहीं, क्या चश्मे में जुड़ा हुआ है। दूरदर्शन वालों ने अपने प्रतीक चिन्ह में भगवा क्या ले लिया यह लोग छाती पीट रहे हैं। उनकी छाती पर सांप लोट रहा है।
मंच पर जैसे ही सी एम आए सबसे पहले उनका बडी फूल माला से स्वागत किया गया, उसके बाद भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र पटेल ने सभा को संबोधित किया हालांकि आज सी एम जल्दबाजी में दिखे जिसकी वजह से गजेंद्र पटेल को अपना भाषण अधूरा ही छोड़ना पड़ा और सी एम बोलने के लिए खड़े हो गए , सभा के बाद रोड शो में शामिल हुए, लोगों को उम्मीद थी कि सी एम प्रमुख मार्गो से होते हुए गणेश मंदिर पहुंचेंगे लेकिन वह जवाहर मार्ग से श्री कृष्ण टॉकीज तिराहे तक रोड शो में शामिल रहे उसके बाद कार में बैठकर रवाना हो गए। इसके बाद डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, संभाग प्रभारी राघवेंद्रसिंह गौतम, खरगोन लोकसभा प्रभारी सुभाष कोठारी, सह प्रभारी लोकेश शुक्ला, संयोजक बालकृष्ण पाटीदार, सह संयोजक राजेंद्र यादव, खरगोन जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह राठौर, सहित पार्टी विधायक, पूर्व विधायक व पदाधिकरियों ने रोड शो किया। मुख्यमंत्री के गणेश मंदिर तक रोड शो को लेकर नगर पालिका प्रशासन की मुस्तेदी इस बात से देखी जा सकती है कि कुंदा नदी में दिन में ही नगर पालिका द्वारा फव्वारे चालू कर दिए गए थे ,हालांकि कुंदा नदी में फैली काई के बीच यह फव्वारे कुंदा की खूबसूरती को नहीं बयान कर सके और मुख्यमंत्री भी इसे देख नहीं पाए।