सुदर्शन टुडे संवाददाता दिनेश तिवारी सीहोर
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी शहर के विश्रामघाट मां चौसट योगिनी मरीह माता मंदिर में आस्था के साथ चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर हर रोज यहां पर यज्ञाचार्य के द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ और नियमित से सुबह 31 हजार से अधिक देवी मंत्रों के साथ आहुतियां दी जा रही है। रविवार को सुबह मंदिर परिसर में स्थित मां दुर्गा, भोलेनाथ, भगवान विष्णु, भगवान गणेश, माता लक्ष्मी, कुबेर और शनि आदि का पंचामृत से मंदिर के व्यवस्थापक रोहित मेवाड़ा, मंच की ओर से मनोज दीक्षित मामा सहित अन्य श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से अभिषेक किया और उसके पश्चात यहां पर नियमित रूप से महिला मंडलों के द्वारा 100 से अधिक कन्याओं को भोजन प्रसादी का वितरण किया। सोमवार को 101 पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण किया जाएगा।
इस मौके पर मंदिर के प्रबंधक गोविन्द मेवाड़ा, रोहित मेवाड़ा, जितेन्द्र तिवारी, मनोज दीक्षित मामा, पंडित उमेश दुबे, पंडित गणेश शर्मा, अनिल राय, सुनिल चौकसे, सुभाष कुशवाहा, पंकज झंवर सुमित भानू उपाध्याय, रामू सोनी, चिन्दू, प्रवेश, राजेश कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, संदीप कुशवाहा, प्रवीण और सुनील सहित अन्य शामिल थे।
इसी स्वरूप में महिषासुर दानव का वध किया
श्री दीक्षित ने बताया कि आदिशक्ति देवी दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। इसी स्वरूप में महिषासुर दानव का वध किया था। इसलिए मां कात्यायनी को महिषासुरमर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन लाल रंग का वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा के इस स्वरूप की आराधना करने वाले को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। अगर किसी कन्या के विवाह में बाधा आ रही ह