भौरासा निप्र – बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के महाकाल लोक के प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विक्रमोत्सव आयोजित किया जा रहा है इसमें आयोजन में बाबा भोलेनाथ की नगरी भौंरासा के बेटे अनिल गंधर्व ने शानदार तबला वादन की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया, भोरासा के मानसिंग उस्ताद के पोते अनिल गंधर्व ने कालिदास अकादमी के त्रिवेणी संग्रहालय उज्जैन में तबला सोलो कि जुगलबंदी की, यह कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा है, उस्ताद मानसिंग गन्धर्व संगीत के छेत्र में एक जाना पहचाना नाम था। उस्ताद तबला, सारंगी, वॉयलिन, ढोलक आदि वादक बजाते थे साथ ही औरों को भी संगीत की शिक्षा देते थे, अनिल ने भी संगीत की शिक्षा अपने दादाजी व पिता शंकर उस्ताद से ली है। आज देखा जाए तो गंधर्व परिवार किसी पहचान का मोहताज नहीं है क्योंकि इन्होंने भौंरासा ही नहीं पूरे देवास जिले के साथ प्रदेश सहित दूसरे प्रदेशों में भी कई स्थानों पर संगीत समरोहों में हिस्सा लिया है, अनिल के अलावा चेतन गंधर्व, राहुल गंधर्व, ऋषभ गंधर्व ने भी त्रिवेणी संग्रहालय में संगत की।