जिला संवाददाता सुदर्शन टुडे शाहनवाज खान शानू
कानपुर देहात। भोगनीपुर वृंदावन धाम से पधारी कथा वाचिका विशाखा सखी ने कहा कि जब पृथ्वी पर अधर्म का बोलबाला हो जाता है तो धर्म की रक्षा के लिए यह ईश्वर प्रकट होता है गुरु बनाना तो आसान है लेकिन उनके वचनों पर चलना बहुत कठिन है गुरु के वचनों पर चल गया वह सुख आनंद प्राप्त करता है। कथा व्यास विशाखा सखी आज राजेंद्र नगर पुखरायां में श्रीमद् भागवत कथा के अंतर्दशा दूसरे दिन कथा कर रही थी साध्वी विशाखा सखी ने कहा कि नारद मुनि जी ने पार्वती जी को उनके पति शंकर के खिलाफ भड़काना शुरू कर दिया महादेव जैसे ही घर में आए माता पार्वती बिगड़ पड़ी और कई उलाना देने लगी जिस पर भोले शंकर ने उनको श्रीमद् भागवत की कथा का कर शांत कराया महाभारत की कथा कहते हुए उन्होंने कहा कि गुरु दोरणा र का पुत्र अश्वत्थामा ने पांडवों के पांचो पुत्रों की हत्या कर दी श्री कृष्ण ने अर्जुन को दंड देने के लिए कहा अर्जुन ने अश्वत्थामा को पड़कर रथ में बांध लिया लेकिन भगवान श्री कृष्णा कहा कि यह पुत्रों का हत्यारा है इसको दंड दो जिस पर उन्होंने कहा कि ब्राह्मण की हत्या नहीं की जाती है वहीं द्रोपती ने कहा कि हत्या करने से पाप लगेगा अश्वत्थामा के पिता व तुम्हारे गुरु द्रोणाचार्य का पांडवों पर बहुत उपकार है उसे उपकार के नाते क्षमा कर दो विशाखा सखी ने कहा कि हमें घर में बैठे भगवान को पहले खुश करना है इसके बाद मंदिर में जाकर भगवान को खुश करना है माता-पिता में भगवान के दर्शन करना है रमे राम के दर्शन जब हर प्राणी में हो जाते हैं तो पूजा करने की जरूरत ही नहीं विशाखा सखी ने कहा कि हमें हमेशा सत्य वचन पर चलकर समाज का संसार का भला करना है इस अवसर पर निर्भय सिंह सती सचान श्रवण कुमार उमेश बाबू यादव बढ़ेंगे कटिहार संजू गुप्ता उजागर गुप्ता रामजन्म सिंह यादव कमलेश गुप्ता रवि यादव अंकुर यादव राधेश्याम कटिहार डॉक्टर विनोद आशुतोष सचान रमाकांत सचान से पूछा चांद उपस्थित थे। कथा के दौरान सुनील कुमार वह पत्नी शकुंतला देवी ने परीक्षित की भूमिका अदा की इस अवसर में भारी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे।