सुदर्शन टुडे गुना
।। मृतकों के परिवार के सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न कलेक्ट कार्यालय जाकर मृतकों के परिजनों ने नौकरी के लिए लगाई गुहार।।
गुना जिले में 27 दिसंबर को गुना आरोन मार्ग पर भीषण भीषण बस अग्निकांड हादसा हुआ था। जिसने गुना जिला सहित मध्य प्रदेश के लोगों के दिल को जग जोड़ दिया था घटना में 13 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी जिस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने घायलों के परिवार जनों को ₹50000 एवं मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपए देने की घोषणा की थी घोषणा अनुरूप लोगों को मुआवजे की राशि तो मिल गई परंतु जिन लोगों के मुखिया इस भीषण बस अग्निकांड में जिंदा जलकर मृत्यु को प्राप्त हो गए उनके परिजनों के सामने भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है क्योंकि सभी लोग मध्य और गरीब परिवार से थे जिनके मुखिया इस दुनिया में नहीं रहे हैं मृतकों के परिजन द्वारा मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर परिवार के भरण पोषण के लिए शासकीय नौकरी की मांग की है वही 21 जनवरी को आरोन में केंद्रीय मंत्री ज्योतिराज सिंधिया ने श्रद्धांजलि सभा आयोजित की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि मित्र को के परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी वहीं नौकरी का भी आश्वासन दिया था। आखिर मंत्रियों और शासन द्वारा दिए गए आश्वासन कब पूरे होंगे और मृतकों के परिजनों को नौकरी मिल सकेगी जिससे परिवार का भरण पोषण करना आसान होगा फिलहाल तो दूर की कोड़ी ही साबित हो रही है। वहीं मृतकों के परिजनों ने कहा कि जो चार लाख रुपए मिले हैं उनमें तो अंतिम संस्कार सहित अन्य कामों में खर्च हो गए हैं। जो ₹400000 शासन ने मुआवजे के तौर पर दिए थे वह बहुत कम राशि है इससे परिवार जनों का लंबे समय तक भरण पोषण हो पाना संभव नहीं है इसलिए शासकीय नौकरी दी जाना चाहिए जिससे परिवार एवं बच्चों का भरण पोषण पढ़ाई लिखाई लालन-पालन हो सके।