बदनावर। प्रदेश सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में बदनावर के पश्चिम क्षेत्र के ग्राम तिलगारा में आईटीआई खोलने की स्वीकृति दीए जाने के बाद अब यहां 15 करोड़ 81 लाख की लागत से नवीन आईटीआई की स्थापना की स्वीकृति भी मिल गई है।
बदनावर क्षेत्र में लग रहे उद्योगों के लिए भविष्य में कौशलयुक्त कामगारों की माहती आवश्यकता पड़ेगी। यहां आईटीआई नही होने से प्रशिक्षण के लिए स्थानीय छात्रों को अन्य शहरों में जाना पड़ता था। इस कमी को देखते हुए उद्योग मंत्री व क्षेत्र विधायक राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने गत दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से क्षेत्र में आईटीआई खोलने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने इसकी स्वीकृति के साथ एक पत्र जारी कर नवीन भवन, छात्रावास और छह ट्रेड की वर्कशाप स्वीकृत करने का आदेश जारी किया है। इस सूचना से क्षेत्र के युवाओं में हर्ष व्याप्त है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्री दत्तीगांव को लिखे पत्र में बताया कि विधानसभा के ग्राम तिलगारा में 15 करोड़ 81 लाख की लागत से नवीन आईटीआई स्थापना की स्वीकृति जारी की जा रही है। इसमें छह ट्रेडस यानी व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए वर्कशाप, 60-60 सीटर बालक बालिका छात्रावास एवं ट्रेडस के लिए आवश्यक उपकरण भी प्रदान किया जा रहे हैं। इसका कार्य पूर्ण होने से पहले ही आईटीआई अधीक्षक, शिक्षक, चौकीदार व भृत्य की नियुक्ति भी कर दी गई है। शीघ्र ही क्षेत्र के युवा विभिन्न तकनीकी माध्यमों में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।तिलगारा में शुरू हो रहे आईटीआई से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को क्षेत्र में स्थापित हो चुके व होने वाले उद्योगों में रोजगार में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा आईटीआई करने के बाद छात्र रेलवे, सेना, नौसेना, वायु सेवा, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, व्यावसायिक शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग आदि जैसे सरकारी क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। क्योंकि इन विभागों की तरफ से समय-समय पर आईटीआई डिप्लोमाधारी के लिए नौकरियां निकाली जाती रहती है।प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्री व क्षेत्रीय विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने बताया कि आईटीआई से प्रशिक्षण लेने वाले डिप्लोमाधारियो को यहीं पर रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है। क्षेत्र के खेरवास में एशिया का बड़ा सोया प्लांट व छायन में कपड़ा कारखाना शुरू होने जा रहा है। इसके अलावा भेंसोला में पीएम मेगा टेक्सटाइल पार्क भी स्थापित हो रहा है। जिसमें कई बड़ी कंपनियां यहां स्थापित होगी। उन कंपनियों में डिप्लोमाधारी युवाओं की आवश्यकता लगेगी। जिसमें प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।