सुदर्शन टुडे। लोहरदगा
लोहरदगा जिला उद्यान विभाग की ओर से शनिवार को किस्को स्थित जिला कृषि विज्ञान केंद्र में उद्यान विकास योजना के अंतर्गत कौशल विकास हेतु 25 दिवसीय माली प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ केवीके के मुख्य वैज्ञानिक डॉ हेमंत कुमार पांडेय, जिला उद्यान पदाधिकारी सन्तोष कुमार, वैज्ञानिक डॉ राकेश रंजन, वैज्ञानिक डॉक्टर सुषमा सरोज सुरीन, सहकारिता विभाग के एससीओ मनीषा तिर्की एवं केवीके के मुकेश कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर वैज्ञानिकों ने कहा कि किसानों को स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य माली प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें कहा गया कि फूलो की खेती आपके लिए एकदम सही साबित हो सकता है। यहां आपको बस खेती का बुनियादी ज्ञान चाहिए और आप कहीं भी फूलों की खेती शुरू कर सकते हैं। आज कल फूलों की डिमांड काफी रहती है। क्योंकि इसका इस्तेमाल सुख-दुख हर परिस्थिति में हो रहा है। इसके अलावा अलग-अलग फूलों की अपनी विशेषताएं हैं जो किसी को इत्र के लिए तो किसी को दवा में इस्तेमाल के लिए योग्य बनाती हैं। उन्होंने कहा कि फूलों की खेती कम खर्च में बेहतर आमदनी का साधन बन सकता है।इसके अलावा नर्सरी के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि नर्सरी आमदनी का मुख्य स्रोत है इसमे में नुकसान होने की संभावना न के बराबर होती है। किसान नर्सरी का उत्पादन करने के लिए कृषि वैज्ञानिक के द्वारा कई नई तकनीकी अपनाएं औऱ ग्रुप बनाकर पौधा तैयार करें। इसके अलावे सब्जी बीज और सब्जी का बिचड़ा तैयार करने का विधि बताया गया। इसके अलावे बताया गया कि कौन सा मौसम में पौधा लगाये जिससे अधिक फायदा हो सके।