संवाददाता। सुदर्शन टुडे सिलवानी
सिलवानी। नगर में लम्बे समय से अतिक्रमण के विरूद्ध मुहिम नहीं चली है इसका असर यह हुआ है कि प्रमुख सड़कें गलियों में तब्दील हो गई है। एक तो दुकानदारों का सामान दुकान से बाहर फुटपाथ एवं सड़कों पर बाहर रहता है दूसरी बची हुई जगह में हाथ ठेले वाले खड़े हो जाते है। ऐसे में खरीदी के लिए आने वाले लोगों को तमाम कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। विवाद भी होते है, कई बार मारपीट की नौबत तक आ जाती है।नगर का राजमार्ग चौराहा यानि बजरंग चौराहा से लेकर, सियरमऊ रोड, बरेली, रोड, उदयपुरा रोड, गांधी चबूतरा, तहसील रोड, बुधवारा बाजार, आजाद मार्केट आदि जगह यही आलम है। बाजार चाहे प्रमुख मार्ग पर हो या गलियों में दुकानों के बाहर सामान रखना नगर के दुकानदारों की आदत बन गई है। जिस पर नगर पंचायत और प्रषासन का कोई जोर नहीं है। आम आदमी जब परेषान होता है तो जिम्मेदारों को कौसता नजर आता है। विकास के वादों और इरादों में यहां बड़ा फर्क नजर आता है।बीते कई सालों में नगर के हालात नहीं बदले बल्कि दिनों दिन खराब होते जा रहे है। लगातार दुकानों की संख्या भी बढ़ी है और आबादी भी तेजी से बढ़ रही है। लेकिन नगर पंचायत ने बाजारों के व्यवस्थापन की कोई नीति नहीं बनी है।दुकानों के सामने बना लिए टीनशेड नगर के सबसे व्यस्त बजरंग चौराहा से बुधवारा बाजार तक अधिक भीड़ रहती है इसलिए यहां अन्य जगह की तुलना में अधिक भीड़ भाड़ रहती है और इस क्षेत्र में दुकानदारों ने अपनी दुकान के सामने बाकायदा टीनशेड निकालकर अपनी दुकान का सामान फैला दिया जाता है। वही शहरीकरण के चलते कई मकान मालिकों ने अपनी दूसरी मंजिल पर दुकानें निकाल कर जीने भी सड़क पर खड़े कर दिए है।सड़कों पर ही कारोबार बजरंग चौराहा से लेकर, सियरमऊ रोड, बरेली, रोड, उदयपुरा रोड, गांधी चबूतरा, तहसील रोड, बुधवारा बाजार, आजाद मार्केट पर कई दुकानदारों का आधा सामान मुख्य सड़क पर ही रखा नजर आ जाता है। वही कभी होली चौक तक ट्रक एवं वाहन निकलते थे वहां अब पैदल जाना भी मुश्किल हो जाता है। बजरंग चौराहा से सियरमऊ रोड पर सड़क निर्माण कंपनी द्वारा सड़क किनारे नालियां ऊंची बना दिये जाने का फायदा दुकानदार खूब उठा रहे है दुकानदारों ने नाली तक टीनशेड का अपनी दुकानदारी फैला ली है जिससे सड़के सकरी हो गई है। और दुकानदार आधी से ज्यादा दुकान फुटपाथ से ही संचालित करते है।