सुदर्शन टुडे ब्यूरो लुकमान खत्री
खरगोन । धनतेरस के साथ ही 5 दिनों तक चलने वाले दीपोत्सव का आगाज़ शुक्रवार से हो गया। खरगोन शहर में शुक्रवार को धनतेरस के दिन बाजार में अच्छी खासी रौनक देखने को मिली। फुटपाथ पर बैठे दीपक झाड़ू फूल वालों से लगाकर इलेक्ट्रॉनिक दुकानों ,बर्तन दुकान, सोने चांदी की दुकान सहित अन्य दुकानों पर काफी भीड़ देखने को मिली। इस बार दुकानदारों को भी अच्छा धन बरसने की उम्मीद है। बाजार में जहां एक तरफ झाड़ू 25 से 30 रुपए की बिक रही है वही घर आंगन को महकने वाला मोगरा फूल 60 रुपए से लेकर 70 रुपए किलो के भाव बिक रहा है। झिलमिलाती झालरों की खरीदी भी लोगों द्वारा की जा रही है । मिठाई दुकानों पर भी काफी भीड़ नजर आई। यहां पर अपने परिचितों, परिवारजनों और मित्रों को दीपावली के उपहार स्वरूप मिठाई देने के लिए जमकर मिठाइयों की खरीददारी लोगों ने की। इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचने वालों की भी इस बार चांदी देखने को मिली ।यहां भी ग्राहक भारी संख्या में नजर आए ।कपड़ा दुकान, मोबाइल दुकान में भी अच्छी खासी भीड़ नजर आई, मोबाइल दुकान संचालक शिवम गुप्ता ने बताया कि इस बार बंपर धंधा रहा ,पिछले साल की तुलना में अच्छी खासी ग्राहकी रही ,उन्हें उम्मीदें हैं की आने वाले चार दिनों में भी धंधा ऐसा ही चलता रहेगा। कैलेंडर लेने वाले हो या चांदी लेने वाले या बर्तन लेने वाले जहां नजर दौड़ाओ उधर बस भीड़ ही नजर आई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी काफी मशक्कत करना पड़ी। यातायात थाना प्रभारी दीपेंद्र स्वर्णकार जहां श्री कृष्णा टॉकीज तिराहे पर अपनी टीम के साथ यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करते नजर आए ,वही पोस्ट ऑफिस चौराहे से लगाकर सराफा बाजार तक थाना प्रभारी बी एल मंडलोई और उनकी पुलिस टीम भी यातायात व्यवस्था बनाने में जुटे नजर आए। खरगोन शहर के गायत्री मंदिर के सामने स्थित महिंद्रा ट्रैक्टर शोरूम पर भी किसान ट्रैक्टर की खरीदारी करने आए । ट्रैक्टर शोरूम के जनरल मैनेजर शूजाउद्दीन शेख ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार भी धंधा बराबर ही रहा ।उन्हें उम्मीदें की दीपावली तक किसान भाई ट्रैक्टर लेने जरूर आएंगे। कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस कहा जाता है इस दिन नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है आज के दिन भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे ,मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि विष्णु के अंश अवतार है, धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि का पूजन किया जाता है क्योंकि उन्हें आयुर्वेद का देवता कहा जाता है ,उन्होंने मानव कल्याण के लिए आयुर्वेद का ज्ञान दिया, धनतेरस के दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि का उत्तर हुआ था उन्हें देवताओं का वैद्य माना जाता है, धनतेरस के दिन चांदी भी खरीदी जाती है, इसे चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है जो शीतलता प्रदान करता है। शाम के समय झिलमिलाती रोशनी से पूरा शहर जगमगा उठा।