सुदर्शन टुडे पंकज जैन सीहोर
माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीहोर के मार्गदर्शन में तहसील विधिक सेवा समिति, आष्टा अध्यक्ष/प्रथम जिला न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार चौबे के द्वारा दिनांक 08 मार्च 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर श्री सुरेश कुमार चौबे के बताया कि आज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल हर क्षेत्र महिलाओं की उपलब्धियों से भरा हुआ हैं महिलाएं आत्मनिर्भर बन गई हैं हर क्षेत्र में वह मिसाल कायम कर रही हैं महिलाओं की भूमिका को सुदृढ़ बनाने हेतु आवश्यक नीतियों का निर्माण किया गया है। रक्षा क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी मे वृद्धि कर सरकार महिलाओं को इस क्षेत्र में भी भूमिका निभाने का मौका देना चाह रही है। महिलाओं की असीमित क्षमता और योग्यता को ध्यान में रखते हुए जरूरी है कि इन्हें आर्थिक एवं सामरिक क्षेत्र में केन्द्र में रखा जाए ताकि देश के विकास के नए आयाम स्थापित कर सके। श्री कंचन सक्सेना द्वितीय जिला न्यायाधीश, आष्टा ने कहा कि बालिकाओं को सशक्त किये जाने के उद्देश्य से कहा कि गांधी जी ने कहा था कि ‘‘ महिलाएं पुरूषों से बेहतर सैनिक साबित हो सकती हैं। बस उनको मौका देने की जरूरत है।’’ कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स, टेंसी थाॅमस, अवनी चतुर्वेदी जैसी अनेक नारियां आज समाज में महिलाओं की मजबूत छवि प्रस्तुत कर रही हैं।उक्त शिविर के आयोजन में न्यायाधीशगण श्री मनोज कुमार भाटी, श्रीमती सारिका भाटी, सुश्री आयुषी गुप्ता, श्री बाॅबी सोनकर, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष तेजसिंह भाटी, भूपेश जामालिया, नीलेश शर्मा, कुलदीप ठाकुर, एन.एस. सारसिया, अर्जुन सिंह सैंधव उपस्थित रहे। न्यायालयीन कर्मचारीगण श्री उत्तम नारायण तिवारी, श्री मुकेश राजपूत, श्री अनिल वर्मा, श्री संजय जोशी, श्री कपिल शर्मा, जी.एल.खत्री, श्री सुरेश कुमार पाराशर, श्री के.के. सोनी, श्री राकेश त्रिपाठी, सुश्री प्रिया एदलाबादकर, श्री मनोहर सिंह राठौर, श्री अशोक थापक उपस्थित रहे।
अंत में आभार अभिभाषक संघ सह सचिव जीवन सिंह खजूरिया ने व्यक्त किया।