जिला ब्यूरो चीफ आनन्द साहू
झांसी. दिल्ली में हुआ साक्षी हत्याकांड पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. जिस तरह दिल्ली की सड़कों पर सरेआम साहिल ने साक्षी को मौत के घाट उतार दिया उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. देश के हर कोने से साक्षी को इंसाफ और साहिल को कठोर से कठोर सजा देने की मांग की जा रही है. इन सबके बीच झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के सृजन क्लब द्वारा इस घटना में एक जरूरी बात की और लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है.लोग खड़े होकर देख रहे थे तमाशा सृजन क्लब के सदस्यों द्वारा यह संदेश दिया जा रहा है की इस घटना को देख रहे प्रत्यक्षदर्शी लोग अगर थोड़ी सी हिम्मत कर देते तो शायद साक्षी जीवित होती. इस संदेश को देने के लिए क्लब के मेंबर्स द्वारा रंगोली का सहारा लिया गया है. रंगोली के एक हिस्से में ब्लैक एंड वाइट रंगों की मदद से यह बताया गया है कि उस दिन वह क्या हुआ था. इस हिस्से को बनाने वाली नंदिनी कुशवाहा ने बताया कि उन्होंने रंगों से यह दर्शाया है की जब साहिल हमला कर रहा था तो बाकी लोग चुपचाप खड़े थे.समाज को हिम्मत बनाने की जरूरत रंगोली के दूसरे हिस्से में गजेंद्र सिंह द्वारा यह दर्शाया गया कि अगर वहां खड़े लोग थोड़ी सी हिम्मत कर देते तो स्थिति बेहतर हो सकती थी और शायद साक्षी की जान भी बच सकती थी. उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को थोड़ी हिम्मत बनाने की जरूरत है. उनकी थोड़ी सी हिम्मत किसी की जान बचा सकती है. इस रंगोली को डॉ. श्वेता पाण्डेय और डॉ. उमेश कुमार के निर्देशन में बनाया गया.