आज पथरिया में धरातल जनकल्याण विकास समिति पथरिया द्वारा संत रविदास जयंती पर याद किया गया इस अवसर पर बजरंग दल के जिला संयोजक शम्भू विश्वकर्मा और जिला उपाध्यक्ष शारदा पटैल,केशव राठौर ,मनीष पटेल, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद परामर्शदाता दिलीप पटेल ने संत रविदास का पूजन कर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया
जिला अध्यक्ष रुपेश विश्वकर्मा ने कहा की
संत शिरोमणि रविदास का जन्म रविवार का दिन था जिसके कारण इनका नाम रविदास रखा गया। उनका जन्म माघ माह की पूर्णिमा को हुआ था।
संत रविदासजी चर्मकार कुल से होने के कारण वे जूते बनाते थे। ऐसा करने में उन्हें बहुत खुशी मिलती थी और वे पूरी लगन तथा परिश्रम से अपना कार्य करते थे।
उनका जन्म ऐसे समय में हुआ था जब उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में मुगलों का शासन था चारों ओर अत्याचार, गरीबी, भ्रष्टाचार व अशिक्षा का बोलबाला था।
संत रविदासजी बहुत ही दयालु और दानवीर थे। संत रविदास ने अपने दोहों व पदों के माध्यम से समाज में जातिगत भेदभाव को दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया और मानवतावादी मूल्यों की नींव रखी। रविदासजी ने सीधे-सीधे लिखा कि ‘रैदास जन्म के कारने होत न कोई नीच, नर कूं नीच कर डारि है, ओछे करम की नीच’ यानी कोई भी व्यक्ति सिर्फ अपने कर्म से नीच होता है। जो व्यक्ति गलत काम करता है वो नीच होता है। कोई भी व्यक्ति जन्म के हिसाब से कभी नीच नहीं होता।
तो वही परिषद के परामर्शदाता दिलीप पटेल ने कहा संत रविदास तो संत कबीर के समकालीन व गुरूभाई माने जाते हैं। स्वयं कबीरदास जी ने ‘संतन में रविदास’ कहकर इन्हें मान्यता दी है।
संत रविदास का कहना था मन चंगा तो कसौटी मैं गंगा अर्थार्त जो काम करें ईश्वर के प्रति मन लगा कर और खुश हो कर करें, उन्होंने समाज सभी समाजों को एक करने का प्रयास किया आदि विषयों पर अपनी बात रखी
इस अवसर पर धरातल जनकल्याण विकास समिति के यंशवत जैन, कार्यक्रम समन्वयक जीवन यादव, कपिल राठौर ,सेतु रैकवार, नगर विकास प्रस्फुटन समिति के अक्षयक्ष जितेन्द्र दुबे,शुभम पटैल, मनीष पटैल, अमरदीप जनजागरण समिति के विजय तिवारी सहित विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे