आखिर कब तक पूरी हो पायेगी पुलिस की विवेचना बड़ा सवाल
आठनेर :- पीड़ित के पुत्र अंकित राठौर ने बताया कि बीते 1 जनवरी को मैं अपने पिता रामनाथ अमरुते के साथ उनके एसबीआई बैंक खाते से बिना अनुमति बिना जानकारी के सरकार द्वारा दी जा रही किसान सम्मान निधि की राशि का कियोस्क संचालक मन्नूलाल राठौर द्वारा एटीएम के माध्यम से निकालने का लिखित शिकायती आवेदन आठनेर थाने में देकर जांच की मांग की गई थी। जिसके बाद शिकायत की जानकारी प्राप्त करने कई बार थाने जाने के बाद भी जांच चल रही बोलकर हमेशा मामले को टाल दिया जाता था। पंरतु जब उक्त मामले पर हमने मीडिया का सहारा लिया तो आनन फानन में आठनेर पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया।
*आखिर पुलिस की विवेचना कब होंगी पूरी*
रामनाथ अमरुते पिता धनराज अमरूते उम्र 55 साल निवासी सातनेर ने अपनी हस्तलिपी में एक लेखी आवेदन पत्र मनुलाल राठौर के द्वारा 17,400 रुपये उसके ए.टी.एम. से निकालने का आवेदन पत्र पेश किया। जो आवेदन पत्र के मजमून से अपराध धारा 420 भादवि का पाया जाने से प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। मामला पंजीबद्घ होने के बाद यह सवाल सामने आ रहे है कि जब आवेदन को आधार मानकर 28 दिन बाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई तो इतने दिन रोकने का क्या कारण रहा होंगा। उक्त आवेदन प्राप्त करने बाद पुलिस द्वारा इन 28 दिनों में क्या जांच की गई। अब और कितने दिनों या महीनों बाद पुलिस की विवेचना पूरी हो पायेगी। आरोपी की गिरप्तारी कब तय होंगी। आखिर एटीएम कियोस्क संचालक के पास कैसे आया। क्या इन सब सवालों का खुलासा कर पाएंगी आठनेर पुलिस।
*सही मायनों में जांच होने पर कई मामले आ सकते है और सामने*
सूत्रों से मिली जानकारी में सामने आया कि कियोस्क संचालक मन्नूलाल द्वारा पहले भी कई खाताधारकों के साथ धोखाधड़ी कर उनके खाते से राशि का आहरण किया जा चुका है। जब मामला खुला तो आपस मे बैठकर उसका निपटारा कर दिया गया।आगे जानकारी में पाया कि कई खाता धारक तो ऐसे है।जिनको यह भी नही पता कि उनका एटीएम कार्ड बना है य्या नही , परन्तु कियोस्क संचालक द्वारा उनका भी एटीएम कार्ड बनाकर उसका स्तेमाल करता रहा होंगा। जिसकी जानकारी आज भी उन खतेधारको को नही होंगी। जिसकी जांच कियोस्क में खुले खातों के खतेधारको से पूछताछ की जाए तो ऐसे कई मामले और सामने आ सकते है। जिसमे अधिकतर आदिवासी समुदाय के लोग होंगे जिन्हें एटीएम के बारे में ज्यादा जानकारी नही होती।
*इनका कहना है*
1) मामला कायम कर दिया गया है। कियोस्क का रिकार्ड और बैंक स्टेटमेंट की जानकारी निकाली जा रही है। लेनदेन की पूरी जानकारी सामने आ जाये। 2 से 4 दिन में गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
विजयराव मांहोरे
थाना प्रभारी आठनेर
2) मेरे पिताजी के साथ हुई धोकाधड़ी का पुलिस में लिखित आवेदन देने के 28 दिन बाद 29 जनवरी को मामला दर्ज हुआ। अब कार्यवाही कब तक होती है। पता नही , कब न्याय मिलेगा। कार्यवाही नही हुई तो एसपी से शिकायत करेंगे।
अंकित अमरुते
पीड़ित का पुत्र
3) संस्था द्वारा एटीएम खाताधारकों के पते पर ही रजिस्टर्ड किया जाता है। अब एटीएम कियोस्क संचालक के पास कैसे पहुंचा इसकी जानकारी पोस्ट ऑफिस से मिलेंगी। फिलहाल मामला हमारे संज्ञान में आते ही आरबीआई को पत्र लिखकर उनकी किओस्क आईडी को बंद करवा दिया गया। कियोस्क संस्था को जांच के लिए पत्र लिखा गया है।
तिवारी जी
एसबीआई ब्रांच मैनेजर आठनेर