सुदर्शन टुडे ज़िला ब्यूरो चीफ रिमशा खान
सिरोंज। दीवाली के तीसरे दिन बुधवार को गोवर्धन का त्योहार मनाया गया। घर-घर गोवर्धन महाराज की पूजा हुई। जगह-जगह मंदिरों व प्रतिष्ठानों पर अन्नकूट के भंडारे हुए। भंडारे में अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण कर लोगों ने पुण्य लाभ कमाया। गोवर्धन पर्व पर बुधवार को महिलाओं ने घर के आंगन व दरबाजे पर गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज की आकृति बनाई और विधि विधान से पूजन किया। वहीं मंदिरों में अन्नकूट के भंडारे हुए। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा का विधान है। इतना ही नही इस दिन 56 भोग व तरह तरह के मिठाईयों बनाकर श्रीकृष्ण को उनका भोग लगाया जाता है. इन पकवानो को अन्नकूट कहा जाता है ऐसी मान्यता है कि ब्रजवासियों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से विषाल गोवर्धन पर्वत को अपने हाथ की सबसे छोटी अंगुली में उठाकर हजारों जीव जंतुओं, और इंसानी जिंदगियों को भगवान इंद्र के कोप से बचाया था। यानी भगवान कृष्ण ने देवराज इन्द्र के घमंड को चूर-चूर कर गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी. इस दिन लोग अपने घरों में गाय के गोबर से गोवर्धन बनाते है। इस अवसर पर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में घरों में बडी धूमधाम से गोवर्धन पूजा सम्पन की गई।