हरदा जिला हरदा
धीरज वर्मा की रिपोट
हरदा। माननीय न्यायालय से प्रकरण वापस उठाने के लिए लालाजी ज्वलेर्स के संचालक कार्तिक गुप्ता (बकुल) द्वारा उपभोक्ता प्रदीप शर्मा को ब्लैकमेलिंग, अड़ीबाजी के आरोप लगाकर सोशल मीडिया एवं फेसबुक पर बदनाम किया जा रहा है। उपभोक्ता प्रदीप शर्मा ने मानसिक रुप से परेशान होकर इन झूठे आरोपी की शिकायत सिविल लाइन थाने एवं माननीय न्यायालय के समक्ष की है। शिकायत में पुलिस और माननीय न्यायालय को बताया है, कि बड़ा मंदिर के पास स्थित लालाजी ज्वेलर्स संचालक कार्तिक गुप्ता (बकुल) द्वारा स्टीमेट, पर्ची एवं फर्जी बिलों के माध्यम से सोने के आभूषणों में तांबे की मिलावट कर बेचे जाते हैं और उस मिलावट के पैसे भी यह सोने के दाम पर वसूल करते हैं। जिससे इनके द्वारा ग्राहकों के साथ ठगी और धोखाधडी की जाती है। लालाजी ज्वेलर्स के संचालक द्वारा ठगी एवं धोखाधडी कर आवेदक को विश्वास दिलाकर एक सोने की चैन नबंवर 2021 को बेची गई थी। लेकिन जांच कराने पर पता चला कि उस सोने की चैन में तांबे की मिलावट थी। साथ ही लालजी ज्वेलर्स संचालक द्वारा फर्जी बिल भी दिया गया था। इस संदर्भ का एक प्रकरण माननीय हरदा जिला न्यायालय के समक्ष प्रचलन में है। न्यायालय से प्रकरण को वापस उठाने के लिए कार्तिक गुप्ता द्वारा नवदुनिया समाचारपत्र के लेटरहेड पर लिखे गए एक तथाकथित पत्र को आधार मानकर आवेदक को बदनाम करने का कार्य लगातार किया जा रहा है। उपभोक्ता प्रदीप शर्मा और नवदुनिया समाचार के बीच मानेदय और पीएफ की राशि को लेकर विवाद चल रहा है। उसी का फायदा उठाते हुए लालाजी ज्वेलर्स के संचालक कार्तिक गुप्ता द्वारा ब्लैकमेलिंग और अ़डबाजी का आरोप लगातार लगाए जा रहे है। जिसका प्रमाण उनके स्वंय के पास नहीं है। आधारहिन बातों को सोशल मीडिया, फेसबुक और व्हाटसएप पर डालकर लालाजी ज्वेलर्स संचालक कार्तिक गुप्ता द्वारा आवेदक पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से न्यायालय से प्रकरण वापस उठाने का दबाव बनाया जा रहा हैं। ताकि ठगी और धोखाधड़ी करने वाले लालाजी ज्वेलर्स के संचालक कार्तिक गुप्ता के खिलाफ कोई न्यायहित के लिए अवाज ना उठा सकें। उपभोक्ता प्रदीप शर्मा द्वारा सिविल लाइन थाने के साथ माननीय जिला न्यायाधीश के समक्ष भी आवेदन प्रस्तुत कर लालाजी ज्वेलर्स के संचालक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की हैं।