अच्छे बीते 5 साल खूब चली झूठे आश्वासनों की सरकार
सुदर्शन टुडे सारनी
40 वादों में फंस कर जनता ने पूर्व नपा अध्यक्ष आशा भारती को ऐसा आशीर्वाद दिया था। कि निर्दलीय प्रत्याशी होने के बावजूद भी उन्हेंने दो बड़ी राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशियों को पछाड़कर नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए अपनी जगह बनाई। जनता के आशीर्वाद से प्रचंड बहुमत से विजई हुई। पूर्व नपा अध्यक्ष 36 वार्डों में विकास करना तो दूर बल्कि अपने स्वयं के वार्ड 21 श्रीमती इंदिरा गांधी वार्ड का विकास नहीं कर पाई। और 5 साल बाद भी स्थिति यह है कि आज भी शाम होते ही पूरा वार्ड क्रमांक 21 अंधेरे में गुम हो जाता है। क्षेत्र को विकास की ओर ले जाने की बात करने वाली पूर्व अध्यक्ष स्वयं के वार्ड में विकास नहीं कर पाई। उनके द्वारा विकास के बड़े-बड़े वादे किए गए। विकास की गंगा बहाने की बात की गई। मगर वास्तविक स्थिति देखी जाए तो विकास की गंगा तो नहीं बहाई। विकास को ही गंगा में बहा दिया। और स्वयं के विकास में व्यस्त हो गए। अब पूर्व नपा अध्यक्ष पति अध्यक्ष बनने के ख्वाब देख रहे हैं। जिसके लिए वार्ड क्रमांक 21 में चुनाव जीतना उनके लिए पहला पड़ाव है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। चुनाव जीतने के लिए किए गए बड़े-बड़े वादों पर खरा न उतरने के चलते वार्ड की जनता रुष्ट नजर आ रही है। जनता ने अपने आप को ठगा महसूस किया। लेकिन सबसे बड़ी आश्चर्य की बात तो यह है। कि चुनाव के अंतिम पड़ाव तक साथ देने वाले लोगों को जीतने के बाद सबसे पहले दरकिनार करने का कार्य किया गया। वही स्थिति 5 साल बाद पुनः निर्मित हुई। अब देखना है कि वार्ड 21 की जनता का मत किस ओर होता है।
आशीर्वाद के सिक्के, भगवान या जेब को होंगे समर्पित
पूर्व नपा अध्यक्ष आशा भारती ने क्षेत्र की जनता से आशीर्वाद स्वरुप एक एक रुपए सिक्के इकट्ठे कर उनसे अपना समर्थन मांगा। जनता भोली है। आशीर्वाद स्वरुप निर्दलीय प्रत्याशी को सिक्के भी दिए और अपना समर्थन भी। मगर कुर्सी मिलते ही जनता से किए गए सारे वादों को दरकिनार कर दिया। वही सिक्के सिर्फ शोपीस बने रहे गए। अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। कि 5 साल पहले जनता से एकत्रित किए गए सिक्के भगवान को या जेब को समर्पित किए जाएंगे। क्षेत्र में चर्चा जो भी हो मगर सच्चाई तो यह है कि 40 झूठे वादे करने के बाद भी स्कॉर्पियो का शीशा चढ़ा कर लोगों से नमस्ते करने की कला हर एक में नहीं होती।
विकास के नाम पर ठगाई जनता, पागल हुआ विकास
विकास के बड़े-बड़े वादे सुनकर अपना पूर्ण समर्थन देने वाली जनता ने अपने आप को ठगा महसूस किया। इतना ही नहीं विकास के मारे तो विकास खुद पागल हो गया। जब उसने देखा कि छतरपुर चौक पर फ्लाई ऐश ब्रिक्स का प्लांट लगाया गया। जिसमें फ्लाई एश ब्रिक्स, पेविंग ब्लॉक निर्माण कार्य धड़ल्ले से हो रहा है। तब यह देख विकास पागल की कगार पर पहुंच गया। अब तो उसके मुंह से भी एक ही आवाज आती है। कब तक।