सुदर्शन टुडे संवाददाता दिनेश तिवारी सीहोर
सीहोर। शासकीय शिक्षक संगठन मध्यप्रदेश के संभागीय अध्यक्ष कमल बैरागी के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी आव्हान पर शिक्षकों की 6 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि शिक्षाकर्मी, गुरुजी, संविदा शाला शिक्षक से अध्यापक होते हुए राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त हुए संर्ग की सेवावधि की गणना देय स्वत्यों हेतु प्रथम नियुक्ति दिनांक से हो एवं वर्ष 2006 और उसके बाद संविदा शाला शिक्षक के रूप में नियुक्त हुए ऐसे कर्मचारी जो 12 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके हैं, को तत्काल प्रथम क्रमोन्नति प्रदान की जावे एवं वर्ष 1998 में नियुक्त शिक्षा कर्मियों को द्वितीय क्रमोन्नति प्रदान की जावे। अनुकम्पा नियुक्ति बिना शर्त 30 दिनों में निराकृत होने का प्रावधान बने एवं मध्यप्रदेश में भी पुरानी पेश्ंान योजना पुन: बहाल कर हमें भी उसका लाभ दिया जावे साथ ग्रज्युटी का लाभ भी प्रदन किया जावे। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से विश्वजीत त्यागी, सुश्री नसीम अख्तर, सुरेशचन्द्र गुप्ता, सजन सिंह मालवीय, धर्मेन्द्र कुमार मालवीय, श्रीमती चिंता नागदा, भोजराज रघुवंशी, कैलाश नारायण सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
शासकीय शिक्षक संगठन ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
सुदर्शन टुडे संवाददाता दिनेश तिवारी सीहोर
सीहोर। शासकीय शिक्षक संगठन मध्यप्रदेश के संभागीय अध्यक्ष कमल बैरागी के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी आव्हान पर शिक्षकों की 6 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि शिक्षाकर्मी, गुरुजी, संविदा शाला शिक्षक से अध्यापक होते हुए राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त हुए संर्ग की सेवावधि की गणना देय स्वत्यों हेतु प्रथम नियुक्ति दिनांक से हो एवं वर्ष 2006 और उसके बाद संविदा शाला शिक्षक के रूप में नियुक्त हुए ऐसे कर्मचारी जो 12 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके हैं, को तत्काल प्रथम क्रमोन्नति प्रदान की जावे एवं वर्ष 1998 में नियुक्त शिक्षा कर्मियों को द्वितीय क्रमोन्नति प्रदान की जावे। अनुकम्पा नियुक्ति बिना शर्त 30 दिनों में निराकृत होने का प्रावधान बने एवं मध्यप्रदेश में भी पुरानी पेश्ंान योजना पुन: बहाल कर हमें भी उसका लाभ दिया जावे साथ ग्रज्युटी का लाभ भी प्रदन किया जावे। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से विश्वजीत त्यागी, सुश्री नसीम अख्तर, सुरेशचन्द्र गुप्ता, सजन सिंह मालवीय, धर्मेन्द्र कुमार मालवीय, श्रीमती चिंता नागदा, भोजराज रघुवंशी, कैलाश नारायण सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।