संवादाता आनंद राठौर
बडवाह- लगातार हो रही बरिश व इंदिरा सागर बांध पुनासा द्वारा जल छोड़ने से ओंकारेश्वर बांध के जलाशय अपने अधिकतम स्तर तक पहुंच गया था। यही कारण है की बांध के 18 गेट करीब 33 मीटर तक खोलकर अधिकतम 9200 क्यूसेक पानी छोड़ जा रहा था।लगातार पानी छोड़ने के चलते नर्मदा के जल स्तर में भी वृद्धि देखने को मिली थी। बड़वाह में नर्मदा का अधिकतम जल स्तर 24 जुलाई रात 8 बजे 161.880 तक पहुंच गया था, जो खतरे के निशान से करीब 3 मीटर ही नीचे था, लेकिन सोमवार को गेट की संख्या व उंचाई न बढ़ाने और मंगलवार को गेट कम करने के चलते नर्मदा का जल स्तर अब धीरे-धीरे कम होने लगा है।दोपहर तीन बजे तक नर्मदा का जल स्तर 159.750 पहुंच गया है। इस तरह नर्मदा का जल स्तर 43 घंटे में करीब दो मीटर कम हुआ है। उल्लेखनीय है कि सुबह करीब 11.30 बजे ओंकारेश्वर बांध के करीब 6 गेट बंद कर दिए गए है। केवल 12 गेट अभी खुले हुए है। सभी गेट की कुल ऊंचाई करीब 6 मीटर है। इनसे अभी भी करीब 3300 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।एनएचडीसी के अधिकारियों की माने तो फिलहाल गेट की संख्या बढ़ने की कोई सम्भावना नहीं है। गेट की संख्या कम जरुर की जा सकती है। यही कारण है की धीरे-धीरे नर्मदा के जल स्तर में कमी आती जाएगी। इसके बावजूद नावघाट खेड़ी पर नाव संचालन और स्नान प्रतिबंधित है।