सम्भागीय ब्यूरो चीफ राजकुमार यादव के साथ संवाददाता जयराज चौधरी की रिपोर्ट
जबलपुर : भू-माफियाओ का जबलपुर शहर में बढ़ता जा रहा कहर । रांझी दर्शन चौराहा स्थित इंडियन कॉफी हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में पीड़ित शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने एक जमीन का सौदा 45 लाख रुपए में विजय कबाड़ी एवं जान लुइस के माध्यम से खरीददार रमाकांत सतनामी से किया था रमाकांत सतनामी ने एकमुश्त रकम देने की बात कहकर शैलेंद्र सिंह को रजिस्ट्री कार्यालय में बुलाया और सेल डीड बनवा कर व्हाट्सएप पर उन्हें एक कॉपी भेजी और उस पर रजिस्ट्री कराने के लिए हामी भरवा दी गई रजिस्टार के समक्ष शैलेंद्र सिंह ने दस-दस लाख के चार चेक के माध्यम से चेक स्वीकारना उप रजिस्ट्रार को कहा इसके बाद जब शैलेंद्र सिंह ने बैंक में चेक लगाएं तो वह बाउंस हो गए तथा रजिस्ट्री की सर्टिफाइड कॉपी निकलवाई तो पता चला कि सरकारी जमीन का जो रेट ₹170000 है उस पर रजिस्ट्री धोखे से करा ली गई है जिस पर शैलेंद्र कुमार सिंह ने बनाकर थाने में आवेदन दिया जिस पर जांच करने की बात पनागर थाना प्रभारी ने कही मगर विगत डेढ़ माह से पीड़ित दर दर की ठोकर खा रहा है और भटक रहा है पनागर थाना एडिशनल एसपी गोपाल खंडेलवाल पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा सीएसपी अधारताल कलेक्टर कार्यालय को आवेदन देने के बाद भी पीड़ित को आज तक न्याय नहीं मिला । पीड़ित ने बताया कि उसने यह जमीन बच्ची की शादी करने के लिए एवं बच्चों की पढ़ाई करने के लिए जो बाहर पढ़ रहे हैं उनके लिए भेजी थी पीड़ित का कहना है कि पनागर थाने की घोर लापरवाही के कारण और मामला ना कायम होने के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं ।शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े में 506 आर्मी बेस वर्कशॉप में कार्यरत जॉन लुईस दलाल विजय कबाड़ी खरीददार सिविल लाइन वर्ण कंपाउंड निवासी रमाकांत सतनामी सेल डीड बनाने वाले प्रोपराइटर शैलू यादव की मिलीभगत के चलते उसे धोखे में रखकर रजिस्ट्री करा ली गई है और उस पर भी पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन के द्वारा कार्यवाही नहीं की जा रही है जिसके चलते उसने आज लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया बंधुओं के समक्ष उपस्थित होकर कांफ्रेंस के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है ।